- निगम के पास एक ही है फॉगिंग मशीन, वो भी कई महीनों से है खराब

- मशीन खरीदने की तैयारी करते-करते अब आ गई बारिश, कैसे होगा फॉगिंग

- जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो शहर आ सकता है मलेरिया की चपेट में

PATNA : पटना नगर निगम की स्थिति यह है यहां मच्छरों से लड़ने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई है। निगम के पास सिर्फ एक फॉगिंग मशीन है वो भी फिलहाल खराब पड़ी है। वहीं अधिकारी अपने आप में वयस्थ नजर आ रहे हैं, लेकिन पटनाइट्स को इस बरसात में मच्छड़ों से कैसे बचा पाएगा नगर निगम, इसका जवाब किसी के पास नहीं। यदि समय रहते कुछ नहीं किया गया तो पूरे शहर में मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियां फैल सकती है। स्थिति यह है कि अभी हल्की बारिश के बाद निचले इलाकों में अभी तक जल जमाव बना हुआ है जिससे मच्छड़ों की संख्या बढ़ती जा रही है।

निगम को जरूरत है फॉगिंग मशीन

पटना नगर निगम को पटना शहर से मच्छड़ों को भगाने के लिये कम से कम छह फागिंग मशीनों की जरूरत है। फिलहाल निगम के पास एक ही बड़ी मशीन है जो खराब पड़ी है। हालांकि निगम दावा कर रहा है कि मशीन में थोड़ी से खराबी है और ये एक दिन में बन जायेगी।

इतने कम संसाधन में काम है मुश्किल

पटना नगर निगम के सीटी मैनेजर अपना ही रोना बताते हुये कहते है कि सिर्फ एक फागिंग मशीन है जो पर्याप्त नहीं है। लेकिन इसके बावजूद कोई नई मशीन नहीं खरीदी जा रही है, ऐसे में लगभग ख्0 लाख आबादी को कैसे सुविधा दी जा सकती है।

मशीन की खरीद में नहीं बन पा रही है राय

फागिंग मशीन के खरीददारी के लिये कोई राय नहीं बन पा रही है। निगम अभी तक पूरी समान खरीददारी करने के लिये किसी एक कंपनी का नाम तय नहीं कर पा रही है। जिससे वार्ड पार्षद भी काफी नाराज दिख रहे है जिससे वो अपने वार्डो के लोगों को मच्छड़ों से निजात नहीं दिला पा रहे है।

हमारे पास एक बड़ी फॉगिंग मशीन है जो पर्याप्त नहीं है। वो मशीन अभी खराब है, लेकिन एक दिन में बन जाएगी जिसके बाद फागिंग कार्य शुरू हो जाएगा। फिर भी हमें और मशीनों की जरूरत होगी।

- अरविंद कुमार, सीटी मैनेजर, नगर निगम

अभी तक फॉगिंग मशीन की खरीददारी का काम पूरा नहीं हो सका है, हम पार्षद है खुद से निर्णय नहीं ले सकते है, अगर यही हाल रहा तो मच्छड़ों से कई बीमारियां फैलने की आसार है।

- पिंकी कुमारी, पार्षद, वार्ड ख्क्