- देश भर के 66 कॉलेजों के सर्वे रिर्पोट में सच आया सामने

- यूजीसी ग्रांट मिलना हो जाएगा मुश्किल

PATNA(22April):

पटना यूनिवर्सिटी का शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, इसे मिलने वाले ग्रांट पर ग्रहण गहरा गया है। हाल ही में नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिएशन काउंसिल (नैक) ने बिहार के दो यूनिवर्सिटी बिहार विश्वविद्यालय और पटना यूनिवर्सिटी को म्ख्वां और बिहार यूनिवर्सिटी, मुजफ्फरपुर को म्भ्वां रैंक दिया है। इसके कारण इन्हें नॉन परफारमिंग ग्रेड में रख दिया गया है। नॉन परफारमिंग का अर्थ है कि यूनिवर्सिटी ग्रांट पाने योग्य नहीं है। इस प्रकार, यूजीसी से इन दोनों यूनिवर्सिटी को ग्रांट मिलना बंद हो सकता है। जानकारी हो कि इन दोनों को मिलाकर

देश भर के सात यूनिवर्सिटी को नॉन परफारमिंग ग्रेड मिला है। इसमें छत्तीसगढ़ के रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी तथा गुरू घासीदास विश्वविद्यालय भी शामिल हैं।

अंकों के आधार पर मिला ग्रेड

नैक के रिव्यू ऑफ एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज की ग्रेडिंग के लिए अंक तय किये गए थे। इसमें स्कोर एंड स्केल के लिए तीन ग्रेड तैयार किया गया था। इसमें म्0 तक अंक लाने वाले यूनिवर्सिटी को परफार्मिग ग्रेड दिया गया। म्0 से ब्0 तक का स्केार करने वाले विश्वविद्यालय को अंडर परर्फामिंग का ग्रेड दिया गया है।

रिसर्च पर था फोकस

इस सर्वे के दौरान नैक की टीम ने यूनिवर्सिटी के एकेडमिक स्टाफ से लेकर शैक्षणिक कार्यो की पूरी जांच की। इसे परखने के लिए सेवेन प्वाइंट स्केल तैयार किया गया। इसमें पीयू का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था। यानि कि एकेडमिक स्तर पर स्थिति संतोषजनक नहीं था।

अप्लाई किया नहीं, अब नया नियम

पटना यूनिवर्सिटी की स्थापना वर्ष ृक्9क्7 में की गई थी। तब से अब तक नैक ग्रेडिंग के लिए विश्वविद्यालय ने अप्लाई नहीं किया। जबकि नैक ग्रेडिंग के लिए नया नियम आने वाला है। अब क्ख्वीं पंचवर्षीय योजना का समय समाप्त हो गया है। पीयू को पहले ही एक साल का एक्सटेंशन मिल चुका है और अब आगे इसे एक्सटेंशन मिलेगा या नहीं कहना कठिन है। नैक के लिए अब तक एसएसआर भी वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया है। इस प्रकार के उदासीन रवैये के कारण यूनिवर्सिटी को नया अनुदान मिलना कठिन हो जाएगा। इसमें यूजीसी के साथ- साथ रूसा का अनुदान मिलना कठिन हो जाएगा।

इन सात प्वाइंट पर किया गया था सर्वे

- एजुकेशनल स्टेटस

- रिसर्च वर्क

- फैकल्टी मेंबर्स

- टीचर एवं टीचर ट्रेनिंग

- एडमिनिस्ट्रेशन

- बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर

- फाइनेंशियल स्टेटस

कोट

ग्रेडिंग किसी एक विभाग या व्यक्ति का मामला नहीं है। एक अच्छी ग्रेडिंग के लिए सभी का सहयोग चाहिए। पीयू में कमी कुछ भी नहीं है। बस सभी का सहयोग चाहिए।

- प्रो। डॉली सिन्हा, नैक को-आर्डिनेटर, पीयू