- जूनियर डॉक्टर्स ने खुद को मरीजों की सेवा से अलग रखा

- रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद कराने का किया प्रयास, विरोध-प्रदर्शन,

- 31 चिकित्सक प्रतिनियुक्त, 22 ने दिया योगदान

PATNA CITY : एसकेएमसीएच में सोमवार को सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर का कामकाज बाधित करने का प्रयास किया लेकिन कर्मियों के आगे इनकी एक नहीं चली। इस दौरान जहां एक ओर जूनियर डॉक्टर्स ने खुद को इमरजेंसी, ओटी, ओपीडी से अलग रखा वहीं सीनियर डॉक्टर्स ने मोर्चा संभाले रखा। बता दें कि डॉक्टर व मडिकल छात्रों के साथ हुई मारपीट के समर्थन में जूनियर डॉक्टर्स ने भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

ख्ख् डॉक्टरों ने दिया योगदान

एसकेएमसीएच में बिगड़े हालात को देखते हुए विभाग ने इसके प्रतिकूल असर से बचने की तैयारी पहले ही कर ली थी। उपाधीक्षक डॉ। गोपाल कृष्ण ने बताया कि कई जिलों के अस्पतालों व पीएचसी से फ्क् डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति विभाग द्वारा एनएमसीएच में की गई है। इनमें से ख्ख् डॉक्टरों ने योगदान दे दिया है। सभी विभागों के हवाले किए गए इन डॉक्टरों के सहयोग से सीनियर डॉक्टर मरीजों की सेवा में जुटे रहे। इन सीनियर डॉक्टरों ने कहा कि पीजी व इंटर्न की संख्या अधिक नहीं है। उनकी अनुपस्थिति से मरीजों को कोई दिक्कलत नहीं होगी। उन्होंने अपनी सेवा के समय में विस्तार करने की बात करते हुए कहा कि हड़ताल के दौरान कोई समस्या उत्पन्न नहीं होगी। सहयोग के लिए बाहर से डॉक्टर भी आ चुके हैं।

दूसरी ओर अस्पताल परिसर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर, उनके परिजन तथा मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ मारपीट करने के आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाई जाए।