PATNA : प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के बाद भी तस्करों की सक्रियता से सीएम का पारा सातवें आसमान पर है। बुधवार को प्रदेश के सभी जिलों के डीएम-एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर साफ कर दिया गया है कि शराब से जुड़े तस्करों को जेल भेजने के साथ उनका घर तक नीलाम किया जाएगा। देर शाम तीन घंटे तक चली वीसी में अफसरों का पेंच कसा गया है जिससे शराबबंदी कानून का उलंघन करने वालों पर और सख्ती की जा सके। इसके लिए बड़े अभियान का निर्देश दिया है। इसके तहत डीएम-एसपी को चार स्टेज पर फीडबैक लेने को कहा गया है।

बर्खास्त होंगे मददगार अफसर

शराबबंदी पर अधिक सख्ती के लिए सीएम नीतीश ने बुधवार की देर शाम भ् से रात 8 बजे तक अफसरों की क्लास लगाई। उन्होंने कहा है कि दोषी पर कार्रवाई की जाए चाहे वह कितना भी प्रभावशाली हो। सख्ती बढ़ाने की आवश्यकता बताते हुए सीएम ने कहा है कि अगर कोई सरकारी सेवक शराब के धंधे को प्रोत्साहित करता है या संलिप्त पाया जाता है तो उससे थोड़ी भी हमदर्दी संभव नहीं, लापरवाह अफसरों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हर सप्ताह होगी समीक्षा

मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया नई स्ट्रेटजी के तहत अब हर हफ्ते जिले के डीएम-एसपी व लोक अभियोजक शराबबंदी से जुड़े मामले की समीक्षा करेंगे। कितने लोग पकड़े गए और कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई, इस पर भी चर्चा होगी। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि उनकी जमानत कैसे हो गयी। पुलिस या फिर प्रशासन के अधिकारियों ने यदि इस मामले में कोई कोताही की तो उनके खिलाफ भी तत्काल कार्रवाई होगी।

तस्करों की शामत को निर्देश

अगर किसी व्यक्ति के घर शराब का जखीरा बरामद होता है तो उसके घर को ज?त कर नीलाम किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि शराबबंदी कानून के प्रावधान के तहत यह काम किया जाएगा। सचिवालय स्थित सभाकक्ष से हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी और कई अन्य आला अधिकारी मौजूद थे।

मिलेगा अन्ना हजारे का साथ

फरक्का बराज से प्रभावित गंगा की अविरलता पर बिहार को अन्ना हजारे का सपोर्ट मिलेगा। दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में क्8 और क्9 मई को बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा राष्ट्रीय सम्मेलन किया जा रहा है। इनॉगरेशन में अन्ना हजारे शामिल होंगे। गंगा की अविरलता में बाधक गाद : समस्या एवं समाधान विषय पर एक्सपर्ट के साथ-साथ कई विधिवेत्ता भी शामिल होंगे।

जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी। विभाग के प्रधान सचिव अरुण सिंह और मुख्य अभियंता इंदूभूषण कुमार मौजूद थे। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इसी वर्ष ख्भ्-ख्म् फरवरी को पटना में गंगा की अविरलता पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कई शोध पत्र आए थे।

विशेषज्ञों के निष्कर्ष के बाद आगे की कार्रवाई की क्या रूपरेखा होगी इस बात को ध्यान में रख यह सम्मेलन हो रहा है। जिसमें गंगा के पानी के उपयोग का विषय भी बिहार के संदर्भ में उठाया जाएगा। उत्तराखंड व यूपी को गंगा के पानी के उपयोग की अनुमति है पर बिहार को इसकी अनुमति नहीं है।