PATNA / HAZIPUR : बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ गोपगुट ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की ओर से जारी संकल्प-पत्र की प्रतियां जलाई। गोपगुट कार्यालय परिसर में शिक्षा विभाग के संकल्प पत्र की प्रतियां जलाते हुए शिक्षकों ने राज्य सरकार पर नियोजित शिक्षकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।

संकल्प-पत्र जलाने के बाद सभा को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष उत्पलकांत ने कहा कि सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा में कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन क्8 हजार रुपए रखा गया है। जबकि राज्य सरकार ने प्रदेश के चार लाख से अधिक की संख्या में नियोजित शिक्षकों में से अप्रशिक्षित या दो वर्ष की सेवा पूरी नहीं करने वाले शिक्षकों को इस अनुशंसा का लाभ देने से वंचित कर दिया है।

इसी के विरोध में संघ के पटना स्थित नेतृत्व के आह्वान पर सभी शिक्षक शिक्षा विभाग के संकल्प पत्र की प्रति जला सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। वहीं जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने कहा कि जिस राज्य में शिक्षकों का वेतन छह माह बाद ईद जैसे पर्व के अवसर पर भी नहीं मिला हो वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का संकल्प व्यक्त करना राष्ट्र के साथ धोखा करने के समान है। कार्यक्रम में संघ के कोषाध्यक्ष रवींद्र कुमार, उपाध्यक्ष राणा अभय कुमार, प्रखंड अध्यक्ष वकील राय, संयुक्त सचिव आनंद मोहन, सचिव अरूण कुमार सहित कई अन्य उपस्थित थे।