पटना ब्‍यूरो।

इसी कारण से कुछ कॉलेज में जहां थाना की स्थापना की गई थी। वहीं कुछ कॉलेज में पुलिस पिकेट की व्यवस्था बनाई गई थी। इसके बाद भी कैम्पस का न तो महौल सुधरा न ही छात्रों के बर्चस्व की जंग को रोका जा सका है। पुलिस अक्सर मौके पर मौजूद होती है। इसके बाद भी वह लड़कों के इन झगड़ों में उलझना नहीं चाहती है। तो फिर कॉलेज में पुलिस पिकेट या थाना का मतलब ही क्या रह जाता है। छात्र नेता हर्ष राज की हत्या के बाद यह सवाल भी से उठ रहा है। क्योंकि कॉलेज का अनुशासन तो कब का ही कॉलेज प्रशासन के हाथ से निकल गया था। जिसके बाद पटना कॉलेज पटना, कॉलेज ऑफ कॉमर्स और एएन कॉलेज में पुलिस पिकेट और थाना की स्थापना की गई थी। लेकिन इन कॉलेजों में आए दिन मारपीट की घटनाएं होते रहती है। पुलिस घटना के बाद मामले का केस दर्ज करती है। फिर उस केस को ठंडे बस्ते में डाल कर सो जाती है।

केस नंबर 1

पटना के एएन कॉलेज में कृष्णपुरी थाना है लेकिन यहां पर कॉलेज में लगातार वारदात होते रहता है। बीए पार्ट 1 की छात्रा को बेरहमी से पीटा जाता है। उसे पीटने वाले कॉलेज के ही कुछ छात्र शामिल थे। छात्रा के परिजनों के साथ भी बदसलुकी की गई थी। लेकिन इस मामले में अभी तक पुलिस की ओर से कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई।

केस नंबर 2

एएन कॉलेज कैम्पस में ब्लैक स्कॉर्पियो से दो छात्रों को कुचल दिया जाता है। जिसमें कवि नाम के छात्र की मौत हो जाती है। वहीं दूसरा छात्र गंभीर रुप से घायल होता है। इस मामले में पुलिस स्कॉर्पियो तो जब्त कर लेती है। लेकिन उसके आगे की कार्रवाई नहीं कर पाती है।

केस नंबर 3

एएन कॉलेज कैम्पस में न्यूज कवर करने के लिए गए पत्रकारों के साथ मारपीट की गई। इस मामले के आरोपियों को भी पुलिस आज तक नहीं पकड़ पाई है। उस केस में क्या हुआ यह भी पुलिस कुछ स्पष्ट नहीं कर पा रही है।

कॉमर्स कॉलेज में पुलिस पिकेट के बाद भी हंगामा और मारपीट नहीं रूकी

कॉलेज ऑफ कॉमर्स की बात करें तो यहां पर भी आए दिन छात्रों के बीच मारपीट और झगड़ा होते रहता है। लेकिन कैम्पस में पुलिस पिकेट इनसे अपना मतलब नहीं रखते हैं। एक पुलिस कर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हमें यहां पर छात्रों के मामलों में हस्ताक्षेप करने का कोई अधिकार ही नहीं दिया गया है। हम कुछ भी अगर कर सकते हैं तो इसके लिए पहले कॉलेज एडमिन से हमें प्रमिशन लेना होता है। तब ही कैम्पस के मामले में हम कुछ कर सकते हैं।

वर्जन

कैम्पस में इंट और डंडों का होने से जुड़े सवाल पर कहा कि यह तो कॉलेज ऑथरिटी से पूछा जाना चाहिए। कैम्पस में सेक्यूरिटी व्यवस्था पुलिस के साथ कॉलेज एडमिन के सहयोग से चल सकता है।
भारत सोनी
पटना ईस्ट एसपी