PATNA: पटनाइट्स का दम प्लास्टिक से घुट रहा है। पानी मिट्टी और हवा के साथ हर तरह से पर्यावरण पर खतरा बना प्लास्टिक धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। नालों में तो कचरा से प्लास्टिक निकल रहे हैं। इसे जगह जगह जलाया जा रहा है जिससे हवा जहरीली हो रही है। पर्यावरण दिवस पर इसबार विश्व को प्लास्टिक से मुक्त करने का प्लान है, लेकिन पटना की तस्वीर तो इस मामले में काफी गंदी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के लाइव में प्लास्टिक को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पेश है प्लास्टिक पर पटना की हकीकत।

नालों के किनारे प्लास्टिक का ढेर

पटना के राजीव नगर, केसरी नगर, आशियाना दीघा रोड के साथ किदवईपुरी व अन्य एरिया जहां नाला है वहां प्लास्टिक का ढेर है। प्लास्टिक का अधिक संख्या में इस्तेमाल होता है और फिर इसे नाला में फेंक दिया जाता है या फिर लोग कूड़े ढेर लगाकर जला देते हैं। इससे आस पास के लोगों को काफी परेशानी होती है। जलने के बाद भी प्लास्टिक नष्ट नहीं हो रहा है और इधर-उधर कूड़े का ढेर बनकर पड़ा रहता है। केसरी नगर और राजीव नगर में सबसे अधिक प्लास्टिक देखने को मिली है। नाला की सफाई हाल में हुई है जिससे सड़क की पटरियों पर प्लास्टिक का ढेर देखने को मिला है।

धड़ल्ले से उपयोग हो रहे प्लास्टिक

विश्व को प्लास्टिक से मुक्त करने को लेकर प्लान चल रहा है लेकिन पटना में तो धड़ल्ले से दुकानों पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। पटना के राजीव नगर में जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची तो किराना से लेकर सब्जी की दुकानों पर धड़ल्ले से प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जा रहा था। सब्जी की दुकानों पर तो मजबूती के लिए एक नहीं दो प्लास्टिक दिए जा रहे हैं।

-एक दिन में 2 हजार रुपए से अधिक की प्लास्टिक खपत

राजीव नगर और केसरी नगर इलाके की बात करें तो यहां प्रतिदिन दो हजार रुपए से अधिक की प्लास्टिक यहां से खपत होती है। जागरुकता के बाद भी लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि प्रशासन सख्त नहीं है। प्लास्टिक पर बैन लगाने को लेकर भी कोई काम नहीं किया जा रहा है। दूध के पैकेट से लेकर हर सामान के लिए प्लास्टिक के पैकेट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

लाइव से सामने आया सच

-नालों में सबसे अधिक प्लास्टिक जमा।

-लोगों में जागरुकता का अभाव।

-प्लास्टिक को जलाने से भी नहीं कर रहे परहेज।

-घरों से हर दिन निकल रहा है अधिक मात्रा में प्लास्टिक कचरा।

-प्रशासन की नहीं है प्लास्टिक के उपयोग को लेकर सख्ती।