PATNA: कोरोना की थर्ड वेव से निपटने की तैयारी चल रही है। ऑक्सीजन, बेड और दवाइयों के साथ ट्रेंड मेडिकल स्टाफ तैयार किए जा रहे हैं। पटना के दो प्रमुख हॉस्पिटल्स- एनएमसीएच और पीएमसीएच में पूरी तैयारी की जा रही है। विशेष तौर पर जो कमियां कोरोना की सेकेंड वेव के दौरान रह गई थी, उसे भी दूर किया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को सेफ रखने के लिए अगल से डेडिकेटेड वार्ड बनाने पर भी काम जारी है। इन सभी तैयारियों में बीएमएसआईसीएल की ओर से सरकारी हॉस्पिटल्स का इंफ्रास्ट्रक्चर दुरुस्त किया जा रहा है।

बेड तक मिले ऑक्सीजन

एनएमसीएच में सभी बेड तक ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए प्लांट का इंस्टालेशन हो गया है। लेकिन अभी यह फंक्शनल नहीं हुआ है। जल्द ही इसे पूरा कर लिए जाने की संभावना है। एनएमसीएच में 500 बेड कोरोना के लिए डेडिकेटेड था। अभी दूसरी लहर के कमजोर होने के बाद से महज 100 बेड ही इसके लिए शामिल किया गया है। नोडल अफसर डॉ अजय सिन्हा ने बताया कि जब भी संक्रमण तेज होगा। सभी 500 बेड फिर से कोरोना के लिए डेडिकेट हो जाएगा। इन सभी बेड को ऑक्सीजन युक्त करने की व्यवस्था हो गई है।

ताकि स्टोर रहे ऑक्सीजन

पीएमसीएच में ऑक्सीजन की समस्या का स्थायी हल निकाला जा रहा है। 50 परसेंट काम पूरा हो गया है। पीएमसीएच प्रशासन के मुताबिक ऑक्सीजन के दो प्लांट लगाए जाने हैं। इसमें से एक काम लगभग पूरा हो गया है। इसे क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट कहा जाता है। यहां बोकारो व जमशेदपुर से ऑक्सीजन सप्लाई होगी और उसे स्टोर की व्यवस्था भी होगी। इससे पहले स्टोर करने की सुविधा नहीं थी। दोनों प्लांट मिलाकर 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रखने की क्षमता होगी।

आईजीआईएमएस भी तैयार

आईजीआईएमएस में थर्ड वेव की तैयारी को लेकर काम पूरा हो चुका है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि यहां कुल 45 बेड डेडिकेटेड होंगे। इसमें 40 बेड वार्ड में, 20 बेड पीकू में और पांच बेड नीकू के लिए तैयार है। नीकू का अर्थ है कि यदि जन्मजाम बच्चें में भी कोरोना के लक्षण दिखे तो तुरंत इलाज होगा। यहां तैयारी इस स्तर की है कि यहां 100 बच्चों तक कोई समस्या नहीं होगी। यदि यह संख्या इससे ज्यादा हो तो अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था की जाएगी। यहां सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपल?ध है। साथ ही लोगों से भी सेफ रहने की अपील की गई है।

बच्चों के लिए स्पेशल व्यवस्था

थर्ड वेव में बच्चों पर ज्यादा खतरा होने की आशंका जतायी जा रही है। इसे देखते हुए पीएमसीएच और एनएमसीएच में विशेष व्यवस्था की गई है। पीएमसीएस में निकू और पिकू की व्यवस्था बच्चा वार्ड के पहले फ्लोर पर किया गया है। इसमें फिलहाल आईसीयू के लिए 10 और 20 जनरल बेड की व्यवस्था की गई है।

अनुभवी टीम करेगी काम

कोरोना की तीसरी लहर से बेहतर तरीके से निपटने के लिए शुरू से ही राज्य सरकार बेहतर प्रशिक्षण पर भी जोर दे रही है। पीएमसीएच और एनएमसीएच में इसके लिए अलग-अलग ट्रेनिंग आदि की व्यवस्था की गई थी। इसमें विशेष ट्रेनिंग के तौर पर वेंटिलेटर चलाने, आईसीयू में काम करने और कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना प्रमुख है।

थर्ड वेव के दौरान आपात स्थिति में प्रत्येक सीएचसी में पांच बेड रिजर्व रखना है। इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसंट्रेटर, दवा आदि की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। यदि जरूरत हो तो सीधे बड़े हॉस्पिटल में रेफर भी किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेनिंग का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है।

-डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन पटना