पटना (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी पटना का एक ऐसा इलाका जहां से गुजरने वाले लोग नाक बंद कर चलते हैं। इलाके से गुजरने वाले कई लोग बीमार भी हो जाते हैं। हम बात कर रहे हैं अटल पथ स्थित पानी टंकी चौराहा का, जहां पटना नगर निगम के द्वारा कचरा डंपिंग यार्ड बनाया गया है। नियमित कचरा उठान नहीं होने के चलते कचरे का पहाड़ बन गया है। अटल पथ और पानी टंकी चौराहा होते हुए बोरिंग रोड जाने वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। दुर्गंध इस कदर आ रही है कि यहां से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। बाबजूद नगर निगम कोई एक्शन नहीं ले रहा है। इसकी शिकायत पिछले कई दिनों से मिल रही थी हकीकत जानने के लिए हमारी टीम मौके पर जा कर पड़ताल की तो सामने आया सच पढि़ए रिपोर्ट

प्रोटेक्शन वाल टूटने से अटल पथ पर फैल रहा है कचरा

पानी टंकी चौराहे के पास बने कचरा डंपिंग यार्ड की प्रोटेक्शन वाल लोहे टीने से बनाई गई है। अटल पथ की तरफ इतना ज्यादा कचरा का भार हो गया है कि प्रोटेक्शन वाल टूट गया और कचरा अटल पथ पर फैल रहा है। स्थानीय लोगो ने बताया कि जहां कचरा फैल रहा है वहां फुट ओवर ब्रिज बना है, ब्रिज से उतरते समय पैर में कचरा लग जाता है। जिससे फुटपाथ पर चलने वाले लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

नाक बंद कर चलते हैं लोग

पानी टंकी चौराहे के पास बने कचरा डंपिंग यार्ड की वजह से बोरिंग रोड की तरफ व अटल पथ होते हुए बेली रोड की तरफ जाने वाले लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है। इस क्षेत्र में बीमारी फैलने की भी आशंका है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहां से निकलने वाले लोग नाक पर कपड़ा बांध कर निकलते हैं। लोगों ने बताया कि दुर्गंध की वजह से पैदल चलना मुश्किल हो गया है दुर्गंध कई मीटर दूर तक फैल रहा है। पटना नगर निगम की ओर से मच्छर जनित बीमारियों को रोकथाम के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी चलाया जा रहा है बावजूद निगम की ध्यान इस कचरा डंपिंग यार्ड पर नहीं जा रहा है।

बीमारियों को दे रहा है आमंत्रण

शहर के सीनियर जनरल फिजिशियन डॉ। राणा एस.पी सिंह ने बताया कि अगर कचरा रोड पर फैलता है तो कचरे का डस्ट धूल बनकर स्ट्रीट फूड जाएगा जिससे जाउंडिशन, टाइफाइड डायरिया और सांस से संबंधित बीमारियों में सीओपीडी, एलर्जी ब्रोनकाइटिस होने की संभावना रहती है। इसके साथ ही कचरे डस्ट अगर आंख जाता है तो आंख में इंफेक्शन की संभावना भी रहता है।

हर दिन निकल रहा है 2 टन कचरा

नाम न छापने के शर्त पर निगम के एक कर्मचारी ने बताया कि पाटलिपुत्रा अंचल के पानी टंकी चौराहे पर बने कचरा डंपिंग यार्ड में आसपास के इलाकों से हर दिन 2 टन कचरा डंपिंग हो रहा है। इन कचरों का अगर समय रहते निस्तारण नहीं कराया गया तो आने वाले समय में आसपास के हर घर में लोग बीमार हो जाएंगे।