- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, अनुच्छेद 370 लौटाने की बात करने वाले कैसे करते वोट मांगने की हिम्मत

- सरकारी नौकरियां राजद के लिए रिश्वत कमाने का जरिया

PATNA :

बिहार के सासाराम में अपनी पहली चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 पर विपक्ष के रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए आश्चर्य जताया है कि देश को कमजोर करने वाले बयान देकर ऐसे लोग देश की जनता से वोट मांगने की हिम्मत कैसे जुटा पाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ बिहार के लोग अपने नौजवानों को देश की रक्षा के लिए सीमा पर भेजते हैं, दूसरी तरफ विपक्ष ऐसी बातें कर उनकी भावनाओं का अपमान करता है। प्रधानमंत्री ने नए कृषि कानून के विरोध को लेकर भी विपक्ष पर कड़ा हमला बोला। मोदी ने कहा कि दलालों और बिचौलियों को नुकसान हुआ, तो विपक्ष बौखला गया है। राफेल की खरीद के समय भी दलालों और बिचौलियों के लिए विपक्षी ऐसे ही परेशान थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को डेहरी ऑन सोन में पहली चुनावी सभा की। उसके बाद गया और भागलपुर में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उनके निशाने पर रहा। नाम लिए बगैर मोदी ने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के 1990 से 15 साल के शासनकाल में डकैती, हत्याएं और अपहरण की घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शाम ढलते जिंदगी थम जाती थी। लोग घरों में दुबक जाते थे। लोग वह दिन भूले नहीं हैं। रंगदारी और अपहरण उद्योग था। लाखों की रिश्वत लेकर सरकारी नौकरियां दी जाती थीं। सरकारी नौकरियां इनके लिए रिश्वत कमाने का जरिया हैं। अब लालटेन का युग समाप्त हो गया है। एनडीए शासन ने इस भय को खत्म किया है। लोग बिजली की रोशनी में शांतिपूर्ण ढंग से रह रहे। चुनाव में जनता ने जब उन्हें हरा दिया, तो 10 साल तक दिल्ली की यूपीए सरकार में शामिल होकर बिहार के विकास में रोड़े अटकाए। नीतीश कुमार को बिहार का बिहार का विकास नहीं करने दिया गया। जब केंद्र और बिहार में एक साथ एनडीए की सरकार बनी तो बिहार में विकास की गति तेज हुई। प्रधानमंत्री ने स्वामित्व योजना का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के बाद यह बिहार में लागू होगा। इससे आपसी विवाद दूर होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव पूर्व तमाम सर्वे बिहार के लोगों के मन की बात कह रहे। बिहार में फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने वाली है। कोई 'कंफ्यूजन' नहीं है। बिहार के लोग फैसला कर चुके हैं। हर चुनाव में किसी एक चेहरे को चमकाकर विपक्ष हवा बनाने की कोशिश करता है, लेकिन इस बार भी एनडीए की जीत सुनिश्चित है।

प्रधानमंत्री ने रोहतास में भोजपुरी, गया में मगही और भागलपुर में अंगिका में लोगों का अभिवादन किया। रोहतास और भागलपुर की रैलियों में उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी थे। गया में जीतनराम मांझी साथ थे।

बिहार संस्कार के धरती बा

रोहतास में मोदी देर तक भोजपुरी बोलते रहे। कहा कि बिहार सम्मान और संस्कार के धरती बा उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी। हालांकि उन्होंने चिराग पासवान और लोजपा का नाम तक नहीं लिया।

त्योहारों में लोकल ही खरीदें

पीएम ने कहा कि त्योहार के इस माहौल में लोग जो भी सामान खरीदें, लोकल ही खरीदें। भागलपुर की सिल्क साड़ी, मंजूषा पेंटिंग और अन्य उत्पादों जैसे हजारों उत्पाद हैं। मिट्टी के बर्तन, दीये और खिलौने जरूर खरीदें। अगर हम मिलकर कोशिश करेंगे तो बिहार आत्मनिर्भर बनेगा।