-दोनों मामलों में 17 लोगों को हिरासत में लिया गया

छ्वन्रूढ्ढ/क्कन्ञ्जहृन्: जमुई जिले के खैरा में शनिवार देर शाम को पुलिस ने दो नाबालिग जोड़ों की शादी रुकवाई। इस मामले में 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में लड़का-लड़की के परिजन समेत शादी कराने वाले पंडित और बैंड पार्टी के लोग भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार खैरा थाना के गरही पंचायत के तेतरियाटांड़ गांव में हरि यादव और पैरा यादव अपने-अपने नाबालिग बेटे की शादी कर रहे थे। पुलिस ने दोनों जगहों पर छापेमारी की। थानाध्यक्ष दलजीत झा ने बताया कि दोनों घरों से बारात निकालने की तैयारी की जा रही थी। हरि यादव के दस वर्षीय पुत्र की शादी हड़खार पंचायत के चननवर गांव की छह वर्षीय बच्ची से होनी थी। छापेमारी के क्रम में नाबालिग दूल्हा को लोगों को ने भगा दिया। पुलिस को आशंका हुई कि बिना बारात भी शादी की रस्म पूरी हो सकती है। एहतियातन पुलिस ने चननवर में छापेमारी कर वहां से सात लोगों को पकड़ा। पकड़े गए लोगों में लड़की के मामा, फूफा और दादा समेत पंडित भी शामिल हैं। लड़के के नाना, बाबा, चाचा, फूफा समेत बैंड बजाने वाले अंशु तूरी और शंकर तूरी को भी हिरासत में लिया गया।

बांड भरवाकर छोड़ा

दूसरे मामले में पैरा यादव के पुत्र की बारात नवादा जिले के कौवाकोल थाना क्षेत्र में जानी थी। यहां पुलिस ने नाबालिग दूल्हे को हिरासत में ले लिया। बाद में दोनों पंचायतों के प्रतिनिधियों की पहल पर एसडीओ द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बांड भरवाकर परिजन और अन्य लोगों को छोड़ा गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस के इस कदम से समाज में बाल विवाह के खिलाफ कठोर संदेश जाएगा। इसके पहले भी दस जनवरी को खैरा की एक नाबालिग की शादी पुलिस ने रुकवाई थी।