PATNA : पिछले चार दिनों से चल रही सर्द हवाएं एक तरफ जहां कहर बरपा रही हैं वहीं दूसरी तरफ प्रशासन के पोल खोल रही है। तामपान क्0 डिग्री के करीब आ पहुंचा है, बावजूद कंबल और अलाव का पूरा इंतजाम नहीं हो सका है। पूरे बिहार से ठंड से हो चुकी दर्जनों मौत के बाद डीएम ने दो-तीन स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए हैं।

क्0 दिन और ठिठुरना होगा

सरकार हर साल बेघरों को कंबल देने का निर्देश देती है। फिर भी लेटलतीफी होती है। इस साल भी देरी हो रही है। सोशल वेल्फेयर डिपार्टमेंट के मुताबिक अभी भी इस काम में क्0 दिन का वक्त लगेगा। कारण है कि जिला प्रशासन के पास अभी कंबल उपलब्ध नहीं हुए हैं। ऐसे में बढ़ रही ठंडी के बीच बेघरों को अभी और परेशानी उठानी पड़ेगी।

पुअर कैटेगरी में बिहार

सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश रिपोर्ट में बिहार को बेघरों के लिए इंतजाम के मामले में पुअर कैटेगरी में रखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां बेघरों के लिए शेल्टर हाउस बने तो हैं लेकिन ठीक से काम नहीं करते। रिपोर्ट में लिखा है कि बिहार में बने लगभग हर शेल्टर होम नॉन फंक्शनल है। इस साल आई बाढ़ से लाखों लोग बेघर हुए थे। इनका पुनर्वास नहीं होने की वजह से बेघरों की संख्या भी बढ़ी है।

बिहार में ठंड से हुई मौतें

वर्ष मौत

ख्0क्ब् 9क्फ्

ख्0क्फ् 9ब्म्

ख्0क्ख् 997

ख्0क्क् 8ब्9

ख्0क्0 9फ्7

हमने विज्ञापन जारी किया है। इस साल कंबल के साथ इनर भी बांटा जाएगा। इसमें दस दिन का समय लग सकता है। यह स्कीम बेघरों के लिए होता है। हमने सर्वे का काम कर लिया है। जरूरतमंदों के लिए कंबलों का इंतजाम किया जा रहा है।

- इमामुद्दीन अहमद, डायरेक्टर, सोशल वेलफेयर, बिहार

अलाव के लिए फंड आ गया है। मैंन अपने इलाके में पांच जगहों पर इसकी व्यवस्था की है। कंबल जब आएगा तो वितरण शुरू किया जाएगा। फिलहाल हमें नहीं मिला है।

- माधव कुमार सिंह, एसडीएम, पटना सदर