पटना (ब्यूरो)। राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में स्नातक (एमबीबीएस), स्नातकोत्तर (एमडी) के साथ सुपर स्पेशियलिटी के पाठ्यक्रमों के शुल्क एक समान कर दिए गए हैं, वहीं निजी मेडिकल कालेजों की आधी सीटों (50 प्रतिशत) पर सरकारी दरों पर पढ़ाई अनिवार्य कर दी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। मंत्रिमंडल ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग या पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को राज्य की नौकरियों में सीधी बहाली का फैसला किया। ओलंपिक या इसके समकक्ष प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को राजपत्रित पद जैसे डीएसपी, एसडीओ में बहाल किया जाएगा। खिलाड़ी के पास संबंधित पद की निर्धारित शैक्षणिक योग्यता नहीं होने पर उसे इसे प्राप्त करने के लिए पांच वर्ष का मौका भी मिलेगा। बैठक में कुल 27 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए।

1.12 लाख खर्च कर बन सकेंगे सुपर स्पेशलिटी डाक्टर

कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया बड़ी संख्या में प्रदेश के छात्र चिकित्सा शिक्षा के लिए राज्य के बाहर जाते हैं। छात्रों का पलायन रोकने, डाक्टरों की कमी को दूर करने के साथ ही मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया देने के लिए हर जिले में एक-एक सरकारी मेडिकल कालेज स्थापित होने हैं। सरकार का निर्णय है कि सरकारी मेडिकल कालेजों की फीस एक समान हो साथ ही राज्य के निजी मेडिकल कालेजों की 50 प्रतिशत सीटों पर सरकारी दर पर पढ़ाई हो। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के दिशा-निर्देशों को राज्य में प्रभावी करने की स्वीकृति दी गई है। सरकार के फैसले से सभी श्रेणी के निजी मेडिकल कालेज, डीम्ड विश्वविद्यालयों में शुल्क एक समान होगा। स्नातक की पूरी पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को अधिकतम 1.08 लाख रुपये जबकि स्नातकोत्तर व सुपर स्पेशियलिटी कोर्स पर 1.18 लाख रुपये खर्च करने होंगे।

मेडल लाओ वर्ग एक में सीधे नौकरी पाओ

अपर मुख्य सचिव मेहरोत्रा ने बताया कि राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग लेने या पदक लाने वालों की राज्य की नौकरियों में सीधी बहाली होगी। मंत्रिमंडल ने पूर्व की घोषणा के अनुरूप प्रस्ताव स्वीकृत किया है। उन्होंने बताया कि ओलंपिक खेलों में स्वर्ण-रजत-कांस्य पदक विजेता अथवा एशियन खेल-कामनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को वर्ग एक की नौकरी दी जाएगी। इसके तहत (पे-बैंड 9300-34800, ग्रेड-पे 5400), एशियन व कामनवेल्थ खेल में भाग लेने अथवा नेशनल खेल-सीनियर नेशनल चैंपियनशीप में स्वर्ण-रजत पदक विजेता को (पे-बैंड 9300-34800, ग्रेड-पे 4200) नौकरी मिलेगी। इसमें वैसे खेल के पदक मान्य होंगे, जो ओलंपिक, एशियन,कामनवेल्थ गेम्स में शामिल हैं। नेशनल गेम्स-सीनियर नेशनल चैंपियनशीप में कांस्य पदक विजेता अथवा जूनियर नेशनल चैंपियनशीप में स्वर्ण,रजत कांस्य पदक विजेता को (पे-बैंड 5200-20200, ग्रेड-पे 1800-1900) की नौकरी मिलेगी। दिव्यांग खिलाडिय़ों के लिए भी उक्त अहर्ता प्रभावी होगी।