पटना (ब्यूरो)। पटना यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशुतोष कुमार के घर में डकैती की बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है। उनके कदमकुआं थाना क्षेत्र के पुस्तकालय लेन स्थित घर में अज्ञात अपराधियों ने गुरूवार की तड़के सुबह ढाई बजे के पास घुस कर सात लाख के जेबर और 33 हजार नकद लेकर चलते बने। जिस समय लूट पाट की इस घटना को अंजाम दिया जा रहा था। उस समय घर में प्रोफेसर साहेब के केवल वृद्ध माता और पिता ही केवल मौजूद थे।

शादी में गए हुए थे परिवार के लोग

घटना वाली दिन प्रोफेसर साहेब के अलावे उनके परिवार के सभी सदस्य शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने रिश्तेदार के घर गए हुए थे। फिर तड़के सुबह ढाई बजे किसी ने घर का दरवाजा नॉक किया। अंदर प्रोफेसर साहेब के माता जी कमला देवी और पिता बलिराम सिंह मौजूद थे। कमला देवी ने दरवाजा खोलने के पहले पूछा कि कौन है। बाहर से आवाज आई खोलीए न। उन्हें लगा कि शादी कार्यक्रम से शायद लोग लौट आए हैं। दरवाजा खुलते के साथ दोनों को बंधक बनाकर एक रूम में बंद कर दिया गया। फिर पूरे घर के कीमती सामानों को डकैतों ने खंगाल दिया। सात से आठ के करीब घर में घुसे डकैतों ने सात लाख के जेबर और 33 हजार नकद की लूट कर फरार हो गए।

सभी कमरे के ताला तोड़ा

डकैतों ने एक-एक घर का ताला तोड़ कर कीमती सामान को लूटा और फिर चलते बने। नकदी और जेबरात के अलावे बर्तन भी डकैतों के द्वारा ले जाया गया है। इसके अलावे और भी कीमती सामान ले जाया गया है। गोदरेज का लॉक भी तोड़ दिया गया था। प्रोफेसर के पिता और माता जी ने बताया कि उन्हें लगा था कि उनके बहु और बेटे घर पर आ गए हैं। जिसके वजह से उन्होंने दरवाजा खोल दिया था।

घर का पालतू कुत्ता नहीं भौंका

प्रोफेसर साहेब के अनुसार यह भी हैरानी की बात है कि घर में जो कुत्ता था वह भी बिलकुल खामोश रहा। जबकि विदेशी नस्ल का कुत्ता किसी भी अजनबी शख्स को देखते ही भौंकने लगता था। इससे यह भी लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि डकैतों में एक या दो कोई परिचित आदमी जरूर रहा होगा। जिसका घर में आना जाना होगा और उसे कुत्ता भी पहचानता होगा। इस वजह से वह नहीं भौंका।

कदमकुआं थाना में मामला दर्ज

इस मामले में प्रोफेसर आशुतोष की ओर से कदमकुआं थाना में केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस जहां आसपास के सीसीटीवी की जांच कर रही है। वहीं उस समय उस स्पेसिफिक स्थान पर मोबाइल डम्प डाटा को खंगाला जा रहा है। उस समय कितने मोबाइल नंबर उस स्पेसिफिक जगह पर एक्टिव था।