डाकबंगला तीन घंटे तक जाम

इस नए नियम के विरोध में एआईएसएफ के कॉल पर स्टूडेंट्स का एक जत्था अपनी मांगों के समर्थन में दिनकर चौक से डाकबंगला चौराहा पहुंचा। एआईएसएफ के जत्थे का नेतृत्व नेशनल सेक्रेट्ररी विश्वजीत कुमार कर रहे थे। वहां उन्होंने ह्यूमन चेन बनाकर सड़क जाम किया। इस बीच छात्र राजद, आइसा जैसे कई दूसरे संगठनों के कार्यकर्ता भी प्रोटेस्ट में शामिल हो गए। छात्र राजद ने पीयू प्रेसीडेंट राज सिन्हा और आइसा ने महासचिव अभ्युदय के नेतृत्व में अपना उग्र विरोध दर्ज किया। इस बीच कुछ स्टूडेंट्स ने जाम तोड़ कर निकलने की कोशिश कर रहे राहगीरों के साथ धक्का-मुक्की भी की लेकिन साथ ही उन्होंने स्कूल बसों को जाने भी दिया।

पुलिस-स्टूडेंट्स में हाथापाई

जाम के दौरान जब आइसा के पीयू ज्वाइंट सेक्रेट्ररी  दिव्या गौतम के नेतृत्व में स्टूडेंट्स सिटी एसपी जयंतकांत से मिलने गए तब बातचीत के दौरान ही पुलिस और स्टूडेंट्स के बीच हाथा-पाई शुरू हो गई। दिव्या गौतम ने आरोप लगाया कि सिटी एसपी द्वारा अभद्र व्यवहार करने के बाद मामला उग्र हुआ। स्टूडेंट्स उनसे गवर्नर या सीएम से मिलवाने की मांग कर रहे थे। इस घटना के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया।

लाठीचार्ज के बाद जाम खत्म

लाठीचार्ज होते ही स्टूडेंट्स इधर-उधर भागने लगे। कुछ ही मिनटों के अंदर पुलिस ने सड़क जाम खत्म कर दिया। पुलिस ने मौके से दो छात्रों को पकड़ा, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। अप्रिय स्थिति से निबटने के लिए चौराहे पर काफी संख्या में पुलिस बल और वज्रवाहन को तैनात किया गया था। एसएसपी मनु महाराज भी डाकबंगला चौराहा पर पहुंचे। स्टूडेंट्स ने बोरिंग रोड चौराहा, पटना यूनिवर्सिटी और गवर्नमेंट वेलफेयर हॉस्टल, महेंद्रू में सड़क जाम किया गया। महेंद्रू में वेलफेयर हॉस्टल के स्टूडेंट्स ने लगभग चार घंटे तक सड़क जाम रखा और जमकर नारेबाजी की। बोरिंग रोड चौराहा पर विभिन्न कोचिंग इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स ने सड़क जाम किया। इस दौरान छात्रों ने वित्त मंत्रलय और बैंकों पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया। प्रदर्शन व नारेबाजी की। दोपहर बाद एबीवीपी ने निखिल रंजन और पप्पू वर्मा के नेतृत्व में जेपी गोलंबर से डाकबंगला चौराहा के बीच मार्च निकाला।

फ्यूचर लाइन ऑफ एक्शन

- एआईएसएफ आज करेगा पूरे राज्य में लाठीचार्ज के विरोध में मुख्यमंत्री का पुतला दहन।

- आइसा-इनौस का राजव्यापी काला दिवस भी आज।

- 14 जुलाई को सघन प्रचार अभियान चलाएगा आइसा-इनौस।

- आइसा-इनौस 15 जुलाई को नेशनल लेवल पर ऑर्गनाइज करेगा 'रेल रोको-रास्ता रोको' अभियान।

- 16 जुलाई को राजभवन मार्च करेगा एआईएसएफ।

स्टूडेंट्स के डिमांड्स

1. ग्रेजुएशन में 60 परसेंट माक्र्स की अनिवार्यता को समाप्त करने।

2. अधिकतम एज लिमिट 30 वर्ष करने। फिलहाल इसे 28 साल कर दिया है।

3. अप्लीकेशन फी में बढ़ोतरी की वापसी। पहले फी 400 रुपए थी जिसे बढ़ाकर 600 रुपए कर दिया।

4. बैकिंग एग्जाम में धांधली बंद करने।