- फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सीएम ने किया सम्मानित

PATNA : अब डॉक्टरों कि तरह फिजियोंथेरेपिस्ट को भी सुविधा मिलने लगेगी। पहले जहां वे म्0 साल में रिटायर करते थे वहीं अब उनकी उम्र सीमा को बढ़ाकर म्7 वर्ष कर दिया जाएगा। हालांकि इस प्रस्ताव को लेकर सरकार अभी काम कर रही है। इतना ही नहीं अब फिजियोथेरेपी संस्थानों का विस्तार किया जाएगा और एक राज्य स्तरीय कांउसिल का भी गठन होगा। गैजेटेड ऑफिसर के रूप में अधिसूचित फिजियोथेरेपिस्ट को वेतनमान भी गैजेटेड ऑफिसर की तरह दिए जाने की कवायद सरकार कर रही है।

विश्व स्तरीय होगा पीएमसीएच

कंकड़बाग स्थित बिहार कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी एंड एक्यूपेशनलथेरेपी में रविवार को विश्व फिजियोथेरेपी सप्ताह के समापन समारोह का आयोजन किया गया था। मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वह पीएमसीएच को विश्व स्तर का बनाया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव वहां के डॉक्टर्स को ही लाना होगा। हम लोग संसाधन उपलब्ध कराने को तैयार हैं। हालांकि पहले की तुलना में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का काफी विस्तार हुआ है। पर जब काम बढि़या होने लगता है तो लोगों की अपेक्षाएं भी बढ़ जाती है। कार्यक्रम में डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, बिहार कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के डॉ किशोर कुमार व डा। प्रियदर्शी आलोक ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे। समारोह में मुख्यमंत्री ने फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में डॉ सरजू प्रसाद, डॉ यूडी तिवारी, डॉ नरेंद्र कुमार सिन्हा, डॉ अभय कुमार जायसवाल, डॉ उदय नारायण सिंह, डॉ विनय पांडेय, डॉ प्रेम प्रकाश शर्मा और ़डॉ उमाशंकर सिन्हा शामिल थे।