PATNA: पटना यूनिवर्सिटी में जब वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद ने पदभार ग्रहण किया था तब छात्र संघ चुनाव की बात की तो छात्र संघों में जोश भर गया। सभी संघों ने इसका स्वागत किया। लेकिन अब जोश ठंडा पड़ता दिख रहा है। इस बावत बार-बार चुनाव की तिथि को लेकर वीसी पर दवाब बनाया जा रहा है। लेकिन दिसंबर में इलेक्शन होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है जबकि क्भ् जनवरी, ख्0क्8 तक चुनाव कराने का निर्देश राज्यपाल दे चुके हैं। इस स्थिति को लेकर वीसी के सामने डेट घोषित करने की क्या समस्या है? आज पढि़ए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की स्पेशल रिपोर्ट। क्या है अड़चन पटना यूनिवर्सिटी में क्भ् दिसंबर से ख्भ् दिसंबर तक पीजी फ‌र्स्ट सेमेस्टर और थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा होनी है। इसके बाद क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियां होंगी। दो जनवरी को य निवर्सिटी ऑफिस फिर खुल जाएगा। जबकि क्0 दिसंबर को पटना यूनिवर्सिटी की अलूमनी मीट आयोजित की जाएगी। यह बड़ा कार्यक्रम होगा जिसमें पटना यूनिवर्सिटी के पूववर्ती छात्र देश-विदेश से सिरकत करने आ रहे हैं। इधर, पीयू वीसी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि छात्र संघ चुनाव को लेकर राजभवन से जो तारीख तय की जाएगी, उसका पालन किया जाएगा। टाल-मटोल करने का आरोप छात्र संघ चुनाव को लेकर पीयू वीसी डॉ रास बिहारी प्रसाद पर छात्र संघों ने देर से पहल करने का आरोप लगाया है। एआइएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि तिथि घोषित करने की बात बार-बार संघ की ओर से दोहराया गया लेकिन इसका कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया है। वहीं, आइसा की ओर से कहा गया है कि चुनाव को लेकर जब मीटिंग की गई थी उसमें सभी को अपना पक्ष रखने का मौका ही नहीं दिया गया। चुनाव तिथि की घोषणा को लेकर बार-बार पीयू वीसी से आग्रह किया गया है। लेकिन इस बारे में उन्होंने अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। -सुशील कुमार, राज्य सचिव एआइएसएफ चुनाव में एक बात छात्र संघों के लिए भी चिंताजनक है कि जब तक पर्याप्त संख्या में वोटर नहीं होंगे। तब तक चुनाव सफल नहीं कहा जा सकता। -पप्पू वर्मा, सिनेट सदस्य पीयू