PATNA : मकर संक्रांति के पावन पर्व का शहर में आगाज हो चुका है। इसके साथ ही पतंग का बाजार भी नजर आने लगा है। बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर तो बड़ों के लिए राजनीतिक हस्तियों की पतंग बाजार में छाई हुई हैं। कदमकुआं में पतंग दुकान चलाने वाले निलेश ने बताया कि एक-दूसरे की पतंग काटने की जो होड़ पटनाइट्स में रहती है उसके लिए मांझा पटना के बाहर बरेली से मंगाया जाता है।

खत्म हो गया पब्जी पतंग का स्टॉक

मार्केट में कई तरह की रंग बिरंगी पतंग बिक रही है। लेकिन बच्चों में पब्जी वाली पतंग उड़ाने की होड़ मची हुई है। पांच रुपए में आने वाली पब्जी पतंग की होड़ बच्चों में सबसे ज्यादा है जिससे इसका स्टॉक सोमवार की सुबह ही खत्म हो गया है। निलेश ने बताया कि वैसे तो डोरेमॉन, शिन चेन, छोटा भीम, मोटू-पतलू जैसे कार्टून कैरेक्टर समेत कई सारे पोलिटिकल हस्तियों की पतंग मार्केट में आई है। जो तीन रुपए से 15 रुपए के प्राइज में बिक रही है और लटाई 10 रुपए से लेकर 80 रुपए तक है।

15 दिन पहले से की जाती है तैयारी

कदमकुआं में एक और दुकानदार संजीव ने बताया कि तीन-चार दिन के बाजार के लिए हम पंद्रह दिन पहले से तैयारी शुरू कर देते हैं। पटना सिटी में जाकर पतंग के लिए ऑर्डर देते हैं वहां से पतंग लाकर बेचते हैं। पहले लोग दानापुर से यहां पतंग और मांझा खरीदने आते थे। लेकिन अब हर साल पतंग का बाजार गिरता ही जा रहा है।

- सर्दी और मोबाइल से मार्केट पर असर

बच्चों के लिए पतंग खरीदने आए राजेश ने बताया कि अब समय बदल गया है लोग ठंड में निकलना ही नहीं चाहते हैं। मोबाइल ने दुनिया को घर में समेट कर रख दिया है। आज के बच्चों को पतंग की डोर भी अच्छे से बांधनी नहीं आती है। एक तरफ जब से चायनीज मांझे से हादसों की खबरें आई हैं। तब से पैरेंट्स भी बच्चों को पतंग उड़ाने से मना करने लगे हैं।

मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक की पतंग

पतंग उड़ाने का मजा तो बच्चों से लेकर बड़े तक सब लेते हैं, लेकिन लोग पतंग उड़ाने के साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन कर रखा है लेकिन मार्केट में खुलेआम प्लास्टिक से बनी पतंगें बिक रही हैं।