-एमयू के 59वें स्थापना दिवस पर व्यायामशाला का किया शिलान्यास

GAYA/PATNA: शिक्षा के विकास का मापदंड केवल पढ़ाई-लिखाई तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। हमारा प्रयास है कि विश्वविद्यालयों में पठन-पाठन के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेलकूद के माध्यम से छात्रों के व्यक्तित्व को निखारा जाए। इसके लिए तरंग और एकलव्य जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जा रहा है। यह बातें राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने कही। वे रविवार को मगध विश्वविद्यालय के 59वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम विवि के परीक्षा भवन में आयोजित था। समारोह का उद्घाटन राज्यपाल फागू चौहान, कुलपति प्रो। राजेंद्र प्रसाद, कृषि मंत्री डॉ। प्रेम कुमार, कुलसचिव प्रो। एसएनपी दीन यादव और राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। स्थापना दिवस पर प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया। इससे पहले राज्यपाल ने परीक्षा भवन के समीप व्यायामशाला निर्माण के लिए आधारशिला रखा। विवि का ध्वजारोहण किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण किया। विवि की छात्राओं ने प्रो। केके नारायण के नेतृत्व में विवि के कुलगीत प्रस्तुत की।

मानसिक रूप से बनें सबल

राज्यपाल ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि मविवि अपना 59वां स्थापना दिवस मना रहा है। मुझे विश्वास है कि मोक्ष व ज्ञान की भूमि पर स्थित इस विवि से शिक्षा ग्रहण कर निकलने वाले छात्र भगवान बुद्ध के संदेश से प्रेरणा ग्रहण करते हुए विद्वान व चरित्रवान होंगे। देश-दुनिया में शांति, समरसता की भावना से अपनी पहचान बनाएंगे। छात्रों में दूर दृष्टि हो, हमारे छात्र मानसिक रूप से सबल और सक्षम बनें ताकि लोगों के बीच फैली नफरत और अविश्वास को दूर कर सकें। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में शैक्षणिक सुधार की जरूरत है। मौके पर काफी संख्या में स्टूडेंट्स और टीचर मौजूद रहे।