-गंडक बराज से डेढ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया

MUZAFFARPUR: उत्तर बिहार में दो दिन केबाद बुधवार को बारिश से नदियों के जलस्तर में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई है। कई नए इलाकों में पानी घुस आया है। नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से पश्चिम चंपारण में गंडक, मसान समेत बरसाती नदियों में उफान है। वाल्मीकिनगर में गंडक बराज से एक लाख, 45 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे पिपरा-पिपरासी तटबंध पर कई जगह पानी का रिसाव हो रहा है। बगहा के चौतरवा में सलाहा व तमकुही के बीच पुलिया मसान नदी की बाढ़ में ध्वस्त हो गई है। इधर मोतिहारी में नौ शहरी वार्ड बाढ़ की चपेट में हैं। वार्ड-एक व 16 की स्थिति अधिक गंभीर है। दोनों वार्डो में कई घरों का सड़क से संपर्क भंग हो चुका है। सुगौली में बाढ़ का पानी रेललाइन से हट जाने के बाद रक्सौल की ओर मालगाडि़यों का आवागमन शुरू किया गया है।

तीन दर्जन से अधिक गांवों में पानी

मधुबनी में धौंस, खिरोई, कोकरा, थुम्हानी व बछराजा नदी तबाही मचा रही है। नदियों के उफान से तीन दर्जन से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। इनका दूसरे गांवों व मुख्यालय से संपर्क भंग हो चुका है। अगई गांव में बगवासा-लडूगामा सड़क टूट गई। माधोपुर से विशनपुर जाने वाली सड़क तीन जगह टूट गई है। मुजफ्फरपुर में गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती का पानी लगातार निचले इलाकों में फैल रहा। बुधवार को गंडक का पानी मुरौल प्रखंड के करीब 250 घरों में घुस गया। ये लोग ऊंची जगहों पर शरण लिए हैं। शिवहर में भी कई नए इलाकों में बागमती का पानी घुसने लगा है।