-बांग्लादेश, महाराष्ट्र, कोलकाता और आसाम से लाई जा रहीं थी लड़कियां

-एग्जीबिशन रोड के शब्बो कॉम्प्लेक्स के फ्लैट नम्बर 602 में चल रहा था धंधा

-ह्यूमन ट्रैफिकिंग की जानकारी पुलिस व्हाट्सएप नंबर पर पब्लिक ने दी

PATNA: राजधानी के एग्जीबिशन रोड के एक फ्लैट में पुलिस ने रेड कर चार लड़कियों को मुक्त कराया है। उन्हें फ्लैट में कैद कर जिस्मफरोशी का धंधा करवाया जा रहा था। इन लड़कियों को बांग्लादेश, महाराष्ट्र, कोलकाता और आसाम से यहां लाया गया है। वे नौकरी के नाम पर फंस चुकी थीं। कोई चारा नहीं था कि इस दलदल से बाहर निकल सके। लेकिन जागरूक पब्लिक ने ही पटना पुलिस के व्हाटसएप नम्बर पर इसकी इंफॉरमेशन दी और पुलिस ने रेड कर वहां से आजाद कराया। यह भी जानकारी मिली है कि यह गिरोह लड़कियों और बच्चों की तस्करी करता है।

शराब की बोतलें और सीडी मिली

पुलिस की स्पेशल टीम ने जब एक्जिविशन रोड के शब्बो कॉम्प्लेक्स के फ्लैट नम्बर 602 में रेड किया तो वहां शराब की बोतलें, कॉन्डोम के पैकेट, ढेर सारी ब्लू फिल्मों की सीडी और 43500 रुपये बरामद किया है।

नौकरी के नाम पर दिया झांसा

इन लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें नौकरी का झांसा देकर लाया गया था और यहां लाकर जिस्मफरोशी करवाई जा रही थी। रवि कुमार नाम का आदमी उन्हें यहां लेकर आया था।

बिहार, बंगाल और बांग्लादेश से आई हैं

जिन लड़कियों को मुक्त कराया गया है उनमें रूबी कुमारी, रिंकी कुमारी, पिंकी कुमारी, बेगन रानी (सभी काल्पनिक नामम) शामिल हैं। इसमें रूबी छपरा, रिंकी चौबीस परगना (पश्चिम बंगाल), पिंकी कुमारी आसाम और बेगन रानी बांग्लादेश की रहने वाली है।

जान मारने और चेहरा खराब करने की धमकी

लड़कियों ने बताया कि जब वे इस काम को करने से मना करती थीं तो चेहरा खराब करने और जान मारने की धमकी दी जाती थी। रवि कोलकाता के सोनागाछी से लड़कियों को संजय नाम के दलाल से संपर्क कर यहां ले आता था। रवि घोषी जहानाबाद का रहने वाला है। उसके साथ मो। सरफराज रकीब खां दिल्ली वर्तमान पता बिहार शरीफ नालंदा और शंभू कुमार पुरानी बाजार महाराजगंज का रहने वाला है। शंभू पेशे से शिक्षक है।

ख्000 हजार रुपये लेते थे

रवि ने पुलिस को बताया कि वह एक आदमी से दो-दो हजार रुपये लेता था। लाखों की कमाई होती थी। फ्लैट की मालकिन अंजू रंजन भी इस मामले में संलिप्त है।

पासपोर्ट भी मिला

ढाका (बांग्लादेश) की रहने वाली युवती के पास से उसका पासपोर्ट भी मिला है। वह कई बार आ चुकी है। पुलिस इस बड़े गिरोह की पड़ताल करने के साथ इस महिला के बारे में और भी जानकारी जुटा रही है।

जीजा ने ही बेच दिया था

पिंकी की दास्तां बताती है कि उसके साथ कितना जुल्म हुआ है। उसे अपनों ने ही धोखा देकर जिस्म के बाजार में उतार दिया। उसने बताया कि सुनील नाम का आदमी जो रिश्ते में जीजा है उसने ही उसे एक महिला से पांच हजार रुपये में बेच दिया। वह पटना के इस फ्लैट में पिछले करीब एक साल से बंद है। उसे जबरदस्ती लोगों के साथ संबंध बनाना पड़ता था। संडे के दिन तो उसे ख्0 लोगों के साथ संबंध बनाने को मजबूर किया जाता था।

कौन रहे रेड में शामिल

पुलिस टीम एएसपी टाउन के नेतृत्व में बनी थी जिसमें थानाध्यक्ष गांधी मैदान, महिला थानाध्यक्ष सहित कई आफिसर शामिल थे।

व्हाटसएप पर मिली जानकारी के बाद मानव तस्करी करने वाले इस गिरोह को पकड़ गया है। लड़कियों और बच्चों की खरीद-फरोख्त का धंधा चल रहा था। जबरदस्ती इन लड़कियों से अवैध काम करवाया जा रहा था पूछताछ के बाद और जानकारी मिलेगी।

मनु महाराज, एसएसपी पटना