- कृषि विभाग और एपीडा के सहयोग से हो रहा निर्यात

- जर्दालु आम, मखाना और मगही पान को भी बाहर भेजने की तैयारी

PATNA : मुजफ्फरपुर की शाही लीची मंगलवार को लंदन पहुंचेगी। बुधवार को इसकी खेप दुबई जाएगी। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जल्द ही राज्य के अन्य कृषि उत्पादों का भी अधिक मात्रा में निर्यात शुरू किया जाएगा। लीची का निर्यात बिहार सरकार एवं कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के संयुक्त प्रयास से हो रहा है।

कृषि सचिव एन सरवण कुमार ने बताया कि पहली बार एपीडा के सहयोग से पांच सौ किलो शाही लीची का निर्यात लंदन किया गया। कोशिश है कि मंगलवार को यह लंदन पहुंच जाए। यह जल्द खराब होने वाला फल है। इसकी सेल्फ लाइफ सिर्फ 48 घंटे का होती है। उन्होंने बताया कि इससे पहले साढ़े सात सौ किलो लीची दुबई भेजने का प्रयास किया गया था, लेकिन असमय वर्षा के चलते यह संभव नहीं हो पाया। बुधवार को फिर लीची की खेप दुबई भेजने की कोशिश होगी। इन उत्पादों के निर्यात के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन केंद्र एवं पौधा संरक्षण विभाग की ओर से फाइटो सेनेटरी प्रमाण-पत्र जारी किया जाता है। शाही लीची के लिए यह प्रमाण-पत्र जारी किया गया है।

उन्होंने बताया कि एपीडा से अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए बातचीत हो रही है। खास इलाके के उत्पाद विदेश भेजे जाएंगे। इनमें जर्दालु आम, मखाना, मगही पान आदि शामिल हैं। एपीडा के अध्यक्ष डा। एम अंगामुथ्थु ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान भरोसा दिया कि कोरोना का असर कम होने के बाद वे बिहार के विशिष्ट उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के उपायों पर विचार करेंगे। इसके लिए पटना में एक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।