- टिकटों की दलाली रोकने के लिए लगातार चलेंगे ड्राइव

- तीन महीने में दलाली के मामले में 772 लोगों पर चला मामला

PATNA: टिकटों की दलाली का मामला रेल मंत्रालय तक पहुंच चुका है। रेलवे में टिकटों की दलाली को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी कॉमन मैन को ही उठानी पड़ती है। खासकर पिक और फेस्टिव सीजन मे कॉमन मैन ज्यादा परेशान होते हैं, लेकिन इस समस्या के समाधान को लेकर रेलवे सक्रिय हो गयी है। दलाली को लेकर कई अहम कदम भी मिनिस्ट्री की ओर से उठाए गए।

लगातार चलती है चेकिंग ड्राइव

इसी साल अप्रैल, मई और जून महीने में टिकट दलालों के खिलाफ ड्राइव चलाया गया था। इसमें पिछले तीन महीने में दलाली के मामले को लेकर 772 लोगों पर मामला चला जिसमें से 135 लोग दोषी पाए गए। विजिलेंस जाचं में एक भी रेलवे ऑफिशियल इस काम में संलिप्त नहीं पाया गया। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने इस बावत पूरी जानकारी राज्य सभा में भी दी है। साथ ही रेल राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि लोगों को पीक सीजन में भी टिकट मिले साथ ही दलालों पर लगाम लगे इसको लेकर लगातर चेकिंग ड्राइव चलाये जायेंगे।

बुकिंग पैर्टन पर भी रखी जाएगी नजर

रेल मंत्रालय के निर्णय के अनुसार अब प्रमुख स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर को भी सर्विलांस पर रखा जाएगा, साथ ही टिकट काउंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए जाएंगे। इन कैमरों से दलालों पर तो नजर रखी ही जायेगी, बुकिंग पैटर्न की भी खास नजर होगी। फ्रिक्वेंटली टिकट लेने वालों पर इसके बाद शिकंजा कसेगा और उनसे पूछताछ होगी। साथ ही बुकिंग ‌र्क्लक पर भी इस तीसरी आंख की नजर होगी।

रेल कर्मियों पर भी होगी कार्रवाई

अगर कोई रेलकर्मी टिकटों की दलाली में या फिर टिकट ब्रोकर से संपर्क में पाया जाता है, तो उसके खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इसकी व्यवस्था कर दी गयी है। साथ ही लोंगों से अनुरोध किया गया है कि वे टिकट दलालों से टिकट न ले। अब रेलवे लोगों को जगरुक करने के लिए मीडिया का सहारा लेगी। इसके जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा कि दलालों से टिकट लेना गैर कानूनी है।