पटना (ब्यूरो)। सारण जिले के दरियापुर प्रखंड अंतर्गत मस्तीचक में 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के समापन के दिन शुक्रवार को हवन करने की आपाधापी में भगदड़ मच गई। जिसमें कुचलकर दो वृद्ध महिलाओं की मौत हो गई, जबकि अन्य पांच जख्मी हो गईं। घायलों को परसा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। मृतकों की पहचान औरंगाबाद जिले के दाउदनगर थाना क्षेत्र के कनाप गांव निवासी मोतीलाल राम की पत्नी 70 वर्षीय पार्वती देवी एवं बड़का बिगहा गांव निवासी रामप्यारे राम की पत्नी 65 वर्षीय रामकली देवी के रूप में हुई है। घायलों में औरंगाबाद जिले के छठु बिगहा निवासी राम राज साह की पत्नी माछी देवी, प्रकाश साह की पत्नी फूला, आरा जिले के पीयाडीह निवासी सुरेश तिवारी की पत्नी गीता देवी, दरभंगा जिले के पुतुल झा की पत्नी रामादेवी व वीरेंद्र मिश्र की पत्नी बुची देवी शामिल हैं। सूचना पर डीएम अमन समीर व एसपी डा। गौरव मंगल मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित कर यज्ञ को जारी रखते हुए विधिपूर्वक समापन कराया।

एसडीएम, डीएसपी को सौंपी जांच
एसपी डा। गौरव मंगला ने बताया कि गायत्री महायज्ञ स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने की पूरी व्यवस्था है। मृत दोनों महिला श्रद्धालु वृद्ध थीं। पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी सोनपुर एसडीएम व डीएसपी को सौंपी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यज्ञ के समापन को लेकर प्रदेश के कोने-कोने व नेपाल तक से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। व्यवस्थापकों में श्रद्धालुओं को कतार में नहीं लगवाया था। जैसे ही मुख्य द्वार खोला गया सबसे पहले हवन कुंड तक पहुंचने की आपाधापी मच गई। इसी में भगदड़ मच गई। कई वृद्ध महिलाएं खुद को संभाल नहीं सकीं और गिर पड़ीं। भीड़ उन्हें रौंदते हुए आगे बढ़ गई, जिससे दो ने दम तोड़ दिया और पांच घायल हो गईं।

एक दिन पहले पहुंचे थे राज्यपाल
मस्तीचक स्थित गायत्री मंदिर में 31 अक्टूबर को महायज्ञ का शुभारंभ हुआ था। एक दिन पूर्व राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर यहां पहुंचे थे और अखंड ज्योति आई हास्पिटल का उद्घाटन किया था। साथ ही यज्ञ में भी शामिल हुए थे।