- पश्चिम बंगाल, पटना और गया से वजीरगंज पहुंची टीमें

GAYA: नवादा जिले में तीन लोगों की जान लेने वाले जंगली हाथी को पकड़ने के लिए गया वन विभाग की टीम फ्राइडे को वजीरगंज के आसपास के जंगलों में दिन भर गश्ती की। देर शाम तक हाथी टीम की पकड़ से दूर था। फ्राइडे की शाम करीब छह बजे वजीरगंज प्रखंड की बिशुनपुर पंचायत अंतर्गत देयालचक, भोजपुर एवं असनोली पहाड़ी क्षेत्र में उसे देखा गया। इसके बाद वह वजीरगंज से निकलकर टनकुप्पा के मेहर पहाड़ी की ओर जाता हुआ देर शाम को देखा गया। उसे पकड़ने के लिए टीमें लगायी गयी। साथ ही भीड़ मैनेजमेंट की टीम भी अलग से लगाई गई।

पटना जू से भी पहुंची है टीम

जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि फ्राइडे की सुबह करीब 4 बजे नवादा के विभिन्न प्रखंडों से होते हुए जंगली हाथी वजीरगंज के जंगल क्षेत्र में पहुंचा। गया जिले की वन विभाग की टीम गुरुवार से ही पूरी तरह से अलर्ट पर थी। जिले से एक त्वरित कार्रवाई दल की टीम वजीरगंज के संभावित सूचना क्षेत्र पहुंच थी। वहीं दूसरी टीम पटना जू से आई।

जंगली क्षेत्रों के ग्रामीणों में दहशत

जंगली हाथी के जंगल क्षेत्रों में जगह-जगह पांव के निशान देखे जाने से गांव वाले दहशत में हैं। नवादा के मेसकौर प्रखंड के रास्ते देर रात वजीरगंज में प्रवेश करने की सूचना मिली थी। वन विभाग के कर्मियों की मानें तो जगह-जगह हाथी पैर के निशान मिल रहे हैं। लेकिन हाथी नहीं पकड़ा जा सका। कुछ ग्रामीण रात में हाथी देखे जाने की बात बता रहे थे। वन विभाग के सिपाही हिमांशु ने बताया कि मखदुमपुर, हेमजापुर, नवागढ़ आदि जगहों का भ्रमण किया गया। हेमजापुर में हाथी के पांव का निशान मिला है। वन विभाग ने हाथी के पहुंचने वाले संभावित क्षेत्र के पास के लोगों को अलर्ट किया है।