श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन्: इधर मथुरा-वृंदावन और बनारस घूमने के बाद तेजप्रताप यादव विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विधानसभा पहुंचे। उनके विधानसभा पहुंचने की खबर इस मायने में चर्चा में आ गई कि तेजप्रताप सीधे विधायकों की लॉबी में जाकर बैठ गए। आम तौर जब वह विधानसभा आते थे तो अपने भाई तेजस्वी प्रसाद यादव के कक्ष में उनके लिए लगी कुर्सी के बगल में कुर्सी लाकर बैठते थे.तेजप्रताप एक खास अंदाज में विधानसभा पहुंचे थे। उन्होने बृज स्टाइल में धोती-कुर्ता पहन रखा था। पार वाली धोती के साथ चप्पल पहने हुए थे।

बात करने की नहीं हुई हिम्मत

जिस वक्त तेजप्रताप पहुंचे उस वक्त वहां इक्का-दुक्का विधायक पहुंचे थे। जो थे उन्होंने तेजप्रताप के सामने जाकर बात करने की हिम्मत नहीं जुटाई। विधानसभा की कार्यवाही आरंभ होने को ले अलर्ट बेल बजने के तुरंत बाद तेजप्रताप सदन के भीतर पहुंच गए। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बगल में उनकी जगह है। उसी बेंच पर उनके ससुर चंद्रिका राय भी बैठते हैं। संयोग यह रहा कि प्रश्नकाल के दौरान न तो नेता प्रतिपक्ष पहुंचे और न ही चंद्रिका राय। इस वजह से इन दोनों से उनका सामना नहीं हो सका। आलोक मेहता और चंद्रशेखर को छोड़ किसी ने भी तेजप्रताप से मिलने की हिम्मत नहीं जुटाई। यहां तक कि सत्ता पक्ष की ओर से भी कोई टोका-टोकी नहीं हुई.प्रश्नकाल भोजनावकाश तक के लिए स्थगित होने के बाद तेजप्रताप बाहर निकल गए। घर लौटने के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली। वैसे राजद के मुद्दे पर उन्होंने जोरदार अंदाज में अपनी बात कही।