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PATNA (28 Dec) : हत्या हो, लूट हो या डकैती जैसे संगीन वारदात। सिर्फ फिरौती के लिए अपहरण की वारदातों को छोड़ दें तो ख्0क्म् में नवंबर महीने तक हर तरह के आपराधिक वारदातों में काफी कमी आई है। हम बात कर रहे हैं सिर्फ पटना जिले की। ये खबर बिहार सरकार और पटना पुलिस के साथ-साथ पटनाइट्स के लिए भी राहत भरी होगी। आपराधिक वारदातों में आई कमी की तुलना बीते साल ख्0क्भ् से की जा रही है। पिछले साल नवंबर महीने तक पटना जिले में हत्या की फ्क्म् वारदातें हुई थीं। जबकि ताजा साल में ख्फ्9 वारदातें हुई। पिछले साल सबसे अधिक ख्ब्म्फ् वाहनों की चोरी हुई थी। जबकि इस साल क्800 गाडि़यों की चोरी हुई। जहां तक लूट और घर में चोरी की वारदातों की बात है तो उसमें भी काफी आई है।

- शराबबंदी से बदले हालात

आपराधिक वारदातों में इस साल आई कमी की मुख्य वजह शराबबंदी को माना जा रहा है। क्योंकि अपराधियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस की जांच में ये बात सामने आती थी कि शराब के नशे में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। नशे में अपराधी खूंखार हो जाते थे। वहीं, अपराध में आई कमी की दूसरी बड़ी वजह पटना पुलिस की मुस्तैदी भी है। इलाका शहरी हो या फिर ग्रामीण। हर तरफ थाने की पुलिस टीम को चौकसी बरतने और लगातार पेट्रोलिंग करने की हिदायत दी जाती रही है। खुद एसएसपी मनु महाराज कई दफे पुलिस व्यवस्था का जायजा लेने के लिए रात में सड़कों पर दिख चुके हैं।

- नवंबर तक ख्0क्भ्-क्म् का तुलनात्मक आंकड़ा

वर्ष --हत्या----डकैती-----लूट-----गृहभेदन-----चोरी-----गंभीर दंगा----सामन्य दंगा---फिरौती के लिए अपहरण----सामान्य अपहरण---बलात्कार---आ‌र्म्स एक्ट ---वाहन चोरी -----कुल संज्ञेय अपराध

ख्0क्भ्--फ्क्म्---- भ्0 ------ख्क्ख्----- 778 ------ क्879---- ख्7 ------- 878 ------ फ् -------------- क्0क्0 ------- 7म् ------ क्88 ------ ख्ब्म्फ् ------- ख्ख्78भ्

ख्0क्म्--ख्फ्9---- फ्ख्------ क्भ्8----- 7ख्0------- क्म्08---- क्क् ------- म्9ब् ------ फ् --------------- 9ख्म् ------- म्फ् ------ क्7फ् ------ क्800 ------- क्8790