- वारिसनगर से कल्याणपुर पहुंचे बराती तो उफनाई बागमती नदी से हुआ सामना

- वर पूजन की रस्म नाव पर ही हुई, घर पर जैसे-तैसे शादी के बाद नाव पर ही विदाई

SAMASTIPUR: नदियों के बढ़ते जलस्तर ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है। गांव-देहात में बाढ़ के कारण शादी-ब्याह की रस्म भी नाव के सहारे पूरी की जा रही है। समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर के गोबरसिट्ठा गांव में भी एक शादी इन्हीं परिस्थितियों में हुई। यहां दूल्हा नाव से बरात लेकर पहुंचा। वर पूजन की रस्म नाव पर ही हुई। शादी की रस्म जैसे-तैसे घर में की गई।

दुल्हन की विदाई भी नाव से हुई

जिले के वारिसनगर प्रखंड के पुरनाही गांव से चंदन कुमार की बरात बैंड-बाजे के साथ निकली। बरात में शामिल गाडि़यां गोबरसिट्ठा गांव तक पहुंचीं। सड़क से आगे बागमती नदी रौद्र रूप लिए बह रही थी। कन्या पक्ष के घर तक पहुंचना मुश्किल था। सभी का उत्साह ठंडा पड़ गया। दुल्हन काजल के पिता रामसकल राम ने तीन नावों का इंतजाम किया। अलग-अलग नाव पर दूल्हा, बरातियों और बैंड-बाजे को घर तक पहुंचाया गया। घर के बाहर खड़ीं महिलाओं ने नाव पर ही वर पूजन किया। उसके बाद नाव से उतारकर दूल्हे को घर के अंदर ले जाया गया। वहां शादी की अन्य रस्म अदा की गई। अगले दिन दुल्हन की विदाई नाव से ही हुई।