PATNA : पहले तो जाति बदल कर नगर निगम के वार्ड म्7 से चुनाव में प्रत्याशी बने। फिर वोटिंग के बाद काउंटिंग में मनोज कुमार जीत भी गए। मगर उनके खिलाफ राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा क्9 मई को भेजे गए पत्र के आलोक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम ने अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। इस कारण से अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।

आयोग पहुंच लगाई गुहार

कार्रवाई नहीं होने से खफा वार्ड म्7 से प्रत्याशी और रनर रहे विक्रम ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्गेश नंदन से मुलाकात की और पूछा कि आखिर क्या कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा क्क् मई को दिए आवेदन पर आयोग ने क्9 मई को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम को भेज कर रिपोर्ट मांगी। फिर निर्वाची पदाधिकारी सह डीडीसी के यहां से ख्ब् मई को सीओ को पत्र भेज मनोज कुमार के द्वारा दिए गए जाति प्रमाण पत्र के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई। इसके बाद पटना सदर के सीओ द्वारा फ्0 मई को डीडीसी को रिपोर्ट सौंपी गई, जिसमें मनोज कुमार की जात कलवार बताई गई। यह जाति एनेक्सचर-ख् में है। निर्वाची पदाधिकारी डीएम को रिपोर्ट भेज चुके हैं। विक्रम ने बताया कि वे डीएम के प्रभार में रहे एडीएम सप्लाई अजय कुमार से भी मिले। उन्होंने बातों को सुना और कहा कि रिपोर्ट एक-दो दिनों में भेज दी जाएगी। विक्रम ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि प्रत्याशी के खिलाफ शिकायत करने और रिपोर्ट की सत्यता के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। कहीं यह रिपोर्ट को दबाने की साजिश की जा रही है?

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम के यहां से अब तक वार्ड म्7 के प्रत्याशी मनोज कुमार के खिलाफ लगे आरोप पर रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने और अध्ययन के बाद ही निर्णय लिया जा सकेगा।

दुर्गेश नंदन

सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग