-एम्स, एनएमसीएच को छोड़ पटना के बड़े हॉस्पिटल्स में सामान्य पेशेंट को इलाज कराने में हो रही परेशानी

PATNA: कोरोना के बढ़ते असर और लॉकडाउन की वजह से आम पेशेंट को इलाज के लिए समस्या उत्पन्न हो गई है। पटना में एनएमसीएच और एम्स पटना कोविड-19 हॉस्पिटल घोषित है। इसलिए यहां अन्य किसी दूसरे पेशेंट का इलाज नहीं हो रहा है। आम दिनों की तुलना में लॉकडाउन के दौरान सभी हॉस्पिटल्स में पेशेंट रजिस्ट्रेशन में 70 से 80 परसेंट की कमी आई है। कई हॉस्पिटल्स में डॉक्टरों के संक्रमित होने और शहर में बढ़ते कंटेनमेंट जोन से आम लोगों में भी डर व्याप्त है। लेकिन जिस पेशेंट्स को इलाज की सख्त जरूरत है, वे अपना इलाज करा सकते हैं। बशर्ते कुछ सावधानियां जो कोविड-19 के दौर में अनिवार्य है उसका जरूर अनुपालन करें। अभी भी पटना के हॉस्पिटल्स में सोशल डिस्टेंसिंग और आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टेस्ट कराने के बाद इलाज की सुविधा मिल रही है। यदि आपके परिवार में कोई पेशेंट हैं जिन्हें इलाज की तत्काल जरूरत है तो इसके लिए आप कोरोना को लेकर पूरी सावधानी बरतते हुए इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंच सकते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इससे जुड़ी समस्याओं और इसके विभिन्न पहलुओं पर डॉक्टरों से बात बातचीत की। आप भी पढि़ए

पीएमसीएच

ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवाएं चालू

पीएमसीएच में सभी मेडिकल सुविधाएं चालू है। यहां फिलहाल ओपीडी संडे को छोड़ सभी दिन खुला है और इमरजेंसी सेवाएं भी जारी हैं। प्रिंसिपल डॉक्टर विद्यापति चौधरी ने बताया कि सरकार का आदेश है पेशेंट केयर का। इस लिहाज से सभी सेवाएं आम दिनों की भांति ही चल रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से पेशेंट रजिस्ट्रेशन में कमी आई है.लेकिन सभी विभाग के डॉक्टर उपल?ध है और इलाज भी जारी है। शेड्यूल ऑपरेशन भी किए जा रहे हैं।

आईजीआईएमएस

ओपीडी और टेलीमेडिसिन की सुविधा

बेली रोड स्थित आईजीआईएमएस में हृदय रोग, किडनी ट्रांसप्लांट, कैंसर सहित कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। यहां भी ओपीडी की सेवाएं चालू है। डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉक्टर गोपाल कृष्ण बताया कि यहां कोरोना की वजह से पेशेंट रजिस्ट्रेशन में करीब 80 परसेंट तक की गिरावट आई है। यहां इलाज के लिए डॉक्टर और सभी साधन उपल?ध है। उन्होंने बताया कि यहां आम दिनों की भांति ओपीडी सेवा और इमरजेंसी चालू है। इसके अलावा सामान्य बीमारियों के उपचार के लिए टेलीमेडिसिन की सुविधा जारी है।

आईजीआईसी

कोविड-19 निवारण टेस्ट अनिवार्य

इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान यानी आईजीआईसी में हार्ट के पेशेंट का इलाज किया जाता है। इन दिनों यहां भी पेशेंट रजिस्ट्रेशन बहुत घटा है। हाल ही में एक इलाजरत पेशेंट को कोरोना था। बाद में कुछ डॉक्टर संक्रमित हो गए। इसके बाद से यहां एक नियम बना दिया गया की कोविड-19 टेस्ट के बाद ही किसी पेशेंट को यहां एडमिट किया जाएगा। आईजीआईसी के डायरेक्टर डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि फिलहाल इलेक्ट्रिक सर्जरी बंद है और इमरजेंसी सर्जरी की जा रही है। ऑपरेशन वाले पेशेंट का पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य है।

जीजीएसएच

जीजीएसएच भी चालू

पटना सिटी स्थित गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल में हाल के दिनों में ओपीडी में आने वाले परसेंट की संख्या में बहुत कमी आई है । यहां मेडिकल सुपरिटेंडेंट, हेल्थ मैनेजर और अन्य कई स्टाफ के कोरोना होने के बाद यहां ओपीडी प्रभावित हुई थी। फिलहाल हॉस्पिटल के सैनिटाइजेशन के बाद से ओपीडी शुरू हो गई है। फिलहाल यहां 40 से 50 पेशेंट आ रहे हैं । यहां डिलीवरी की भी सुविधा है। लेकिन अस्पताल सूत्रों के मुताबिक अभी स्टाफ की कमी की वजह से यहां सिजेरियन ऑपरेशन नहीं हो रहा है।

टीकाकरण भी जारी

पटना के जिला स्तर के सभी सरकारी हॉस्पिटल में ओपीडी चालू है। गर्दनीबाग, फुलवारी शरीफ, दानापुर गाíडनर रोड हॉस्पिटल, राजवंशी नगर हड्डी हॉस्पिटल समेत तमाम पीएचसी और सीएचसी लेवल के हॉस्पिटल खुले हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के मुताबिक यहां भी पेशेंट कम आ रहे हैं.लेकिन सभी चिकित्सा सुविधाएं मिल रही है और टीकाकरण भी जारी है।

सतर्कता के साथ इलाज

पटना के कई प्राइवेट हॉस्पिटल लॉकडाउन में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन विशेष सतर्कता के साथ। पेशेंट और अटेंडेंट के हॉस्पिटल गेट पर पहुंचने के साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। पेशेंट की बीमारी से जुड़ी हुई हिस्ट्री ली जा रही है .इसके बाद ही उन्हें हॉस्पिटल कैंपस में इलाज के लिए जाने दिया जा रहा है। रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ सत्यजीत सिंह ने बताया कि यहां ओपीडी चालू है। सभी डॉक्टर्स पेशेंट देख रहे हैं।