PATNA : वो दूर गांव से मन में सपना संजोए पटना आई थी। सपना था कि पढ़-लिख कर मां-बाप का नाम रौशन करेगी। माता-पिता ने भी लाडली को उम्मीद के साथ दहलीज पार करने दिया। लेकिन क्या पता था कि जिसके भरोसे बेटी को पटना भेजा है वही उनके उम्मीद को तार-तार कर देगा। हम बात कर रहे हैं बोरिंग रोड के सरस्वती और सीमा ग‌र्ल्स हॉस्टल के बारे में। जिसका संचालक हॉस्टल में रहनेवाली लड़कियों को नौकरी का ख्वाब दिखाकर जबरन देह व्यापार कराता था। फिलहाल वह पुलिस की गिरफ्त में है। मालूम हो कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'अनसेफ हॉस्टल' के नाम से मुहिम चलाई थी, जिसमें राजधानी के दर्जनों हॉस्टल को बेनकाब किया गया था।

महज दिखावा है हॉस्टल

बताया जाता है कि लड़कियों को झांसा देने के लिए हॉस्टल संचालक संजय कुमार पांडेय ने एक नहीं, बल्कि दो ग‌र्ल्स हॉस्टल खोल रखे थे। हॉस्टल का बिजनेस तो महज दिखावा था। हकीकत में वह सेक्स रैकेट चलाता था। वो भी हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों के जरिए। जबरन लड़कियों को कभी पटना के बड़े होटल में भेजता था तो कभी किसी के फ्लैट पर। देह व्यापार तो लड़कियों से कराता था लेकिन उसकी मोटी कमाई खुद रखता था। इस मामले की तह तक पटना पुलिस की टीम शक के आधार पर पहुंची। जिसके बाद पुलिस की टीम ने जांच शुरू की। जिसमें मामला सही पाया गया।

- बोरिंग रोड में है हॉस्टल

शातिर संजय ने सरस्वती और सीमा नाम से दो ग‌र्ल्स हॉस्टल खोल रखे थे। जो बोरिंग रोड इलाके में है। जहां कॉलेज और कंप्टेटिव एग्जाम की तैयारियों के लिए दूसरे शहर से पटना आई लड़कियां रहने आती थीं। फैमिली वाले भी भरोसे पर ग‌र्ल्स हॉस्टल में अपनी बेटियों को एडमिशन कराने के बाद छोड़कर चले जाते थे।

- कैसे देता था झांसा

संजय को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की। जिसमें लड़कियों से जबरन भरवाए गए दो बांड पेपर मिले। नौकरी दिलाने के नाम पर हॉस्टल संचालक ने झांसा दिया। लड़कियों से पहले गलत बांड पेपर भरवा लिया और फिर उन्हें सेक्स रैकेट के धंधे में धकेल दिया।

- इस तरह सामने आया मामला

सेक्स रैकेट का ये मामला बेहद ही अजीब तरीके से पुलिस के सामने आया। संजय ने तिलक नगर के अपर्णा अपार्टमेंट में एक फ्लैट ले रखा था। जहां वो अक्सर लड़कियों को लाता था। इसमें अपार्टमेंट का गार्ड भी उससे मिला था। एक मई को संजय एक लड़की को लेकर फ्लैट पर पहुंचा था। लेकिन उस वक्त वहां नया गार्ड आया था। जिसने संजय को रजिस्टर पर सिग्नेचर करने को कहा। जिस पर वह भड़क गया। हंगामा सुन कुछ लोग पहुंच गए। संजय की एक्टीविटी संदेहास्पद थी। इसलिए रूपसपुर थाने को सूचना दे दी गई। एसएचओ विनोद कुमार और उनकी टीम ने जांच शुरू की तो सारी सच्चाई सामने आ गई और लड़की को मुक्त कराते हुए शातिर हॉस्टल संचालक को गिरफ्तार कर लिया।

- इस तरह करता था ब्लैकमेल

अपर्णा अपार्टमेंट में छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथ दो लड़कियां भी लगी हैं, जिन्हें संजय ने अपने जाल में फंसा रखा था। पकड़े जाने के बाद उन दोनों लड़कियों ने पुलिस को क्या बताया। आइए जानते हैं उन्हीं के जुबानी

पुलिस- तुम दोनों यहां क्या कर रही हो?

छात्रा- सर, ये आदमी हम दोनों को लेकर आया है।

पुलिस- तुम्हें पता है कि यहां क्यों आई है?

छात्रा- ज्यादा नहीं। संजय ने इतना कहा था कि तुम दोनों को किसी से मिलवाना है?

पुलिस-इससे पहले भी कहीं गई थी?

छात्रा - नहीं। पहली बार आई हूं।

पुलिस- झूठ मत बोलो। देखो तुम्हें डरने की जरूरत नहीं है।

छात्रा- कुछ देर बादरोते हुए सर ये आदमी हमें पहले भी लोगों के पास भेज चुका है।

पुलिस- तुम दोनों ने कंप्लेन क्यों नहीं की?

छात्रा- इसने धमकी दी थी। कहता था कि किसी से कुछ कहा तो सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर दूंगा।

ऑपरेशन विश्वास के तहत इस इस मामले का खुलासा हुआ है। अब भी पूरे मामले की जांच चल रही है। रैकेट में कौन-कौन शामिल है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना