PATNA: गुरुवार को एम्स पटना के नए डायरेक्ट के चयन के लिए नई दिल्ली में इंटरव्यू चली। इंटरव्यू के लिए कई चेहरे शामिल थे, इसमें पटना से मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ उमेश भदानी सहित कई डॉक्टर शामिल हुए। इसमें चयनित डॉक्टर संस्थान के दूसरे डॉक्टर के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। हालांकि अंतिम रूप से नये डायरेक्टर का चयन कब तक होगा, इसके लिए अभी और इंतजार करना होगा। यह स्थिति तब है जब विगत फ्क् अक्टूबर, ख्0क्म् को ही पूर्ववर्ती डायरेक्टर डॉ जीके सिंह का कार्यकाल समाप्त हो गया है।

दस डॉक्टर पटना से

जानकारी हो कि डायरेक्टर पद के लिए दस डॉक्टर पटना के संस्थानों से है। इसमें एम्स, पटना से ही सात डॉक्टर है और अन्य तीन आइजीआइएमएस से हैं। एम्स से डॉ बिनोद कुमार, डा। प्रेम कुमार, डा। उमेश भदानी, डा.नीरज अग्रवाल, डा। हेमाली हैदी सिन्हा, डा। साधना शर्मा व डा। रामजी सिंह हैं।

पिछले दिनों पूर्व डायरेक्टर डॉ जीके सिंह की पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किये जाने के मामले में मीडिया के एक धडे़ में स्वास्थ्य व्यवस्था को ठप किये जाने की बात को एम्स प्रशासन ने गलत बताया है। हालांकि मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ उमेश भदानी के गुरुवार को संस्थान में अनुपस्थित रहने के कारण कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।

समस्याओं का पुलिंदा है पटना एम्स

पटना एम्स के समकालीन स्थापित एम्स आज पटना से बहुत आगे हैं। लेकिन एम्स के साथ समस्या है कि यह आज भी बेहद पिछड़ा है। हालात इतने खराब है कि संस्थान में मेडिकल स्टूडेंट्स भी क्षण भर में प्रशासन के खिलाफ हो जाते हैं। सबसे बड़ी समस्या तो है चौबीसों घंटे इमरजेंसी को संचालित करने की। इसके अलावा यहां चल रहे विभागों को आधुनिक मशीनों की दरकार है। दूसरी बड़ी समस्या सरकारी लेटलतीफी है। चयन प्रक्रिया भी इसका उदाहरण है। क्योंकि अगस्त में ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी प्रक्रिया शुरू की थी, तब भी अब तक डायरेक्टर नहीं मिला।