- शराब तस्करी के लिए ट्रेन सॉफ्ट टारगेट

- दीनदयाल उपाध्याय-पटना और रांची पटना रूट बना लीकर गलियारा

- भारी मात्रा में ट्रेनों से बरामद हो रही शराब

PATNA : शराब तस्करी के लिए ट्रेन सॉफ्ट टारगेट बनती जा रही है। ट्रेनों का परिचालन बढ़ने के साथ ही राजधानी में शराब आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। साथ ही आरपीएफ और जीआरपी ने जांच तेज कर दी है। जिस कारण ट्रेन से शराब लाने वाले तस्कर लगातार पकड़े जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़ी गई अधिकांश शराब यूपी में बिकने वाली ज्यादा है। शराब के धंधेबाज तस्करी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। जिसे पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों को मशक्कत करनी पड़ रही है। दिल्ली और रांची से आने वाली ट्रेनों से ज्यादातर शराब आ रही है।

लावारिस बैग में छिपाते हैं

रेलवे सुरक्षा बल से मिली जानकारी के अनुसार, तस्कर बैग में शराब को भरकर उसे ट्रेन के जनरल कोच में लावारिस हालत में छोड़ देते हैं। इन कोच में भीड़ ज्यादा होती है। इस कारण बैग पर लोगों की नजर नहीं जाती है। जांच के दौरान तलाशी ली जाती है तो उसमें से शराब मिलती है।

सुबह की ट्रेन का सुरक्षित

तस्कर सुबह की ट्रेनों से शराब को ला रहे हैं। कई ट्रेन ऐसी हैं जो पटना सुबह आती हैं। जिस कारण इन ट्रेनों में जांच नहीं होती है। जानकारी के अनुसार, पटना से सटे यूपी के स्टेशनों से ट्रेनों में शराब को लोड किया जाता है। इन स्टेशनों पर देर रात जांच की व्यवस्था नहीं होने का फायदा तस्कर उठा रहे हैं। इसी तरह से रांची और धनबाद से आने वाली ट्रेन भी पटना सुबह आती है। इन ट्रेनों से आरपीएफ और जीआरपी लगातार शराब और तस्करों को गिरफ्तार कर रही है।

वैक्यूम कर उतारते हैं खेप

जानकारी के अनुसार, पटना जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होने के कारण तस्कर छोटे स्टेशनों को टारगेट पर लिया है। हाल ही में पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ के दौरान रेलवे सुरक्षा बल को बताया कि ट्रेन से शराब को लाकर बाढ़ और उसके आसपास के इलाके में बेचते हैं। तस्करों ने बताया कि बेढ़ना में वैक्यूम कर ट्रेन को रोक कर शराब को उतारते हैं। इसके बाद शराब को लेकर अपने ठिकाने पर चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर में कई माफिया सक्रिय हैं जो ट्रेन से शराब को लाते हैं।

होटलों में होती है सप्लाई

दिल्ली और यूपी से तस्कर महंगी शराब को लाते हैं और उसे पटना और आसपास के इलाके के होटलों में सप्लाई करते हैं। सूत्रों ने बताया कि तस्कर राजधानी एक्सप्रेस से महंगी शराब लाते हैं। जानकारी के अनुसार, दिल्ली में जो शराब 3 से 4 हजार रुपए में बिकती है। उसे राजधानी में सात से आठ हजार में बेचते हैं।

एयरबैग का ज्यादा इस्तेमाल

आरपीएफ के सूत्रों ने बताया कि तस्कर एयरबैग में शराब की बोतल छिपाकर लाते हैं। इसका कारण इसे ढोने में आसानी होती है और किसी को शक भी नहीं होता है। उन्होंने बताया कि ब्रीफकेस में एक तो ज्यादा शराब की बोतल नहीं आती है। दूसरे उसमें टूटने का डर रहता है। भारी होने के कारण उसे ले जाते समय कोई भी शक कर सकता है।

केस 1

3 जुलाई

आरपीएफ की स्पेशल टीम ने शालीमार-पटना एक्सप्रेस को किउल स्टेशन पर रुकवाकर 525 बोतल महंगी शराब और बीयर को बरामद किया था। साथ ही छह तस्करों को पकड़ा गया था।

केस 2

8 जुलाई

गंगा दामोदर एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ की टीम ने जांच के दौरान एक संदिग्ध से पूछताछ की। उसके बैग की तलाशी के दौरान महंगी बीयर की 40 केन बरामद हुआ था। पकड़ा गया आरोपी पटना के बाढ़ का रहने वाला था।

ट्रेनों में जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है। पटना जंक्शन पर ट्रेन के रूकते ही टीम कोच की सघन तलाशी लेती है। हाल में शराब के साथ कई तस्करों को गिरफ्तार किया गया।

-वीके सिंह, प्रभारी, आरपीएफ पोस्ट, पटना जंक्शन