PATNA:गांधी सेतु के जर्जर हो चुकी पश्चिमी लेन को पायलट आधार पर अगले हफ्ते दो दिनों तक पूरी तरह बंद रखा जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि किस तरह की समस्या उत्पन्न होती है। अगर कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसके बाद आगे का प्लान तैयार किया जाएगा। सेतु के पुनर्निर्माण का काम कब से शुरू होना है। इसकी जानकारी राज्य सरकार जल्द ही सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को दे देगी। गुरुवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव संजय मित्रा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी, डीजीपी पीके ठाकुर और परिवहन विभाग की प्रधान सचिव सुजाता चतुर्वेदी की मौजूदगी में मुख्य सचिवालय में एक प्रेजेंटेशन हुआ। इस दौरान पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि निर्माण एजेंसी ने उपकरणों के साथ अपना मोबिलाइजेशन कर लिया है। सेतु का काम हाजीपुर की तरफ से शुरू होना है। इसका निर्माण ख्ब् महीने में होगा। इस दौरान पूर्वी लेन पर वाहनों का परिचालन जारी रहेगा। पूर्वी लेन का निर्माण क्8 महीने में पूरा हो जाएगा। वहीं, निर्माण कंपनी का कहना है कि पुल के सुपर स्ट्रक्चर के पुनर्निर्माण में इस तरह से ब्ख् महीने लगेंगे।

- तीन जिलों के डीएम तय करेंगे परिचालन

गांधी सेतु के एक लेन के बाद होने से दूसरे लेन पर बड़ी गाडि़यों का दवाब बढ़ जाएगा। इस दौरान गाडि़यों का परिचालन किस तरह रहेगा। यह पटना और वैशाली के जिला प्रशासन को तय करना है।