छह साल से चल रहा था फरार

अपराध की घटना को अंजाम देने की नीयत से तीनों को पुलिस ने धर दबोचा। इन लोगों के पास से तीन पिस्टल, दो मैगजीन तथा .315 बोर की पांच गोली व 7.65 बोर की तीन गोलियों के साथ गिरफ्तार किया गया। एक समय शंकर छोटी-मोटी चोरी और छिनतई जैसी वारदातें करता था, बाद में सुपारी किलर बन गया। सीनियर एसपी मनु महाराज ने शुक्रवार को बताया कि शंकर छह वर्षों से पुलिस की आंख में धूल झोंक फरार चल रहा था। शंकर टॉप फाइव की सूची में शामिल है, जिसकी तलाश में रांची, आरा और पटना पुलिस लगी थी। शंकर ने हाल ही में बुद्धा कालोनी थाना क्षेत्र में राकेश कुमार हत्याकांड एवं पाटलिपुत्र थाना इलाके में बिरजू गोप हत्याकांड को अंजाम दिया है। राजधानी के चर्चित रंजीत मुखिया हत्याकांड का शंकर मुख्य आरोपी है। एसएसपी के अनुसार पटना के कोतवाली, बुद्धा कालोनी, पाटलिपुत्रा, एसके पुरी के अलावा भोजपुर के कोईलवर थाना और अन्य जिलों में इस गिरोह ने कई हत्याकांडों को अंजाम दिया है।

पहलवान घाट के पास पुलिसिया घेरा

बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के पहलवान घाट के पास से तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि बुद्धा कॉलोनी थाना इलाके में कुख्यात शंकर अपने साथियों के साथ देखा गया है। शंकर गिरोह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है, जिसके बाद सिटी एसपी जयंत कांत के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम को पहलवान घाट के पास संदिग्ध हालत में कुछ लोग खड़े दिखाई दिए। घेराबंदी कर रही पुलिस की भनक लगते ही कुछ अपराधी भाग खड़े हुए, जबकि तीन लोगों को पुलिस ने दबोच लिया।