-आईजीआईएमएस के शिशु विभाग के डॉक्टर्स ने की सर्जरी

PATNA: दो महीने के शिशु की किडनी से सवा किलो का ट्यूमर निकला। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) के शिशु सर्जरी विभाग में फ्राइडे को विभागाध्यक्ष डॉ। विनीत ठाकुर के नेतृत्व में सर्जरी की गई। दो से तीन दिन में शिशु को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। बताया गया कि 12 साल से कम उम्र के दस हजार में से एक बच्चे को इस प्रकार का ट्यूमर होता है। इसे किडनी हमार्टोमा कहते हैं।

10 दिन पहले हुआ था एडमिट

चिकित्साधीक्षक डॉ। मनीष मंडल ने बताया कि 10 दिन पहले अररिया के नरपतगंज की निवासी संगीता देवी गंभीर स्थिति में दो महीने के बच्चे को लेकर ओपीडी में आई थीं। शिशु सर्जरी विभाग के डॉ। विनीत ठाकुर ने भर्ती कर जांच करवाई। सीटी स्कैन में पता चला कि शिशु की बाई किडनी में ट्यूमर है और उससे खून बह रहा है। बच्चे को बचाने के लिए सर्जरी का निर्णय लिया गया। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ। विनीत ठाकुर के अलावा डॉ। जहीर, डॉ। रामधनी, डॉ। संदीप, डॉ। रामजी एवं डॉ। दिगंबर, डॉ। संजीव व सिस्टर अनीता व विजया शामिल थीं। डॉ। मंडल ने बताया कि ऐसे जटिल ऑपरेशन संस्थान में 20 से 25 हजार रुपए में किए जाते हैं।

क्या होता है हमार्टोमा

शिशु सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ। विनीत ठाकुर ने बताया कि शरीर के ऊतकों व कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि से ऐसे ट्यूमर किसी भी अंग में विकसित हो सकते हैं। इसे हमार्टोमा कहते हैं। किडनी में विकसित होने के कारण इसे किडनी हमार्टोमा नाम दिया गया। बच्चे की किडनी में गांठ होने से हताश नहीं होकर इलाज कराना चाहिए।