-जिलाधिकारियों ने अभी अपनी जांच रिपोर्ट ही तैयार नहीं की

PATNA: सात निश्चय के तहत मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता के लिए दो लाख युवाओं ने आवेदन किया है। लेकिन जनवरी से पहले इन युवाओं के खाते में भत्ता नहीं जाने वाला। बिहार सरकार की ओर से दिसंबर में मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता की राशि युवाओं के खाते में पहुंचाने की तैयारी चल रही थी। योजना एवं विकास विभाग में स्वयं सहायता भत्ता का काम देख रहे अधिकारियों ने बताया कि कुछ जिलों से ऐसी सूचना आ रही थी कि बहुत सारे ऐसे युवाओं ने भी इसके लिए आवेदन किया है, जो इंटर के बाद किसी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि इस योजना के अंतर्गत यह व्यवस्था है कि वैसे युवाओं को भत्ता नहीं मिलेगा जो इंटर के बाद पढ़ाई के लिए कॉलेज जा रहे हैं।

दो वर्ष तक मिलेंगे एक हजार

इंटर के बाद पढ़ाई छोड़ नौकरी की तलाश में लगे युवाओं को अगले दो वर्षो तक प्रति माह एक हजार रुपए की राशि स्वयं सहायता भत्ता के रूप में दी जानी है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने योजना एवं विकास विभाग ने ऐसे युवाओं की रैंडम जांच कर रिपोर्ट तैयार कराने को कहा था। यह देखा जाना है कि आवेदन करने वाले युवा इंटर के बाद कहीं पढ़ाई तो नहीं कर रहे। जिलाधिकारियों की रिपोर्ट के बाद ही स्वयं सहायता भत्ता की राशि युवाओं के खाते में जानी है। योजना एवं विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक जिलाधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।

पटना से क्0 हजार आवेदन

पूरे बिहार में अब तक ख् लाख, 9 हजार, 9क्7 युवाओं ने आवेदन किए हैं। इनमें अब तक 8क् हजार युवाओं ने जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) पर आकर अपने प्रमाण पत्रों की जांच करायी है। शेष आवेदनों के प्रमाण पत्रों की जांच ही अभी नहीं हो पायी है। पटना से मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए क्0 हजार, ख्98 युवाओं ने आवेदन किए हैं।