- पूर्व औषधि नियंत्रक की अचल संपत्ति के पुनर्मूल्यांकन का काम पूरा

- पटना व बनारस में करोड़ों की संपत्ति है वाई के जायसवाल की

PATNA : विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) बहुत जल्द प्रदेश के दो बड़े भ्रष्ट लोक सेवकों पूर्व औषधि नियंत्रक वाइके जायसवाल और लघु जल संसाधन विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता अवधेश प्रसाद सिंह की सम्पत्ति जब्त कर सकती है। पांच करोड़ से अधिक की चल अचल सम्पत्ति को जब्त करने के लिए पुनर्मूल्यांकन का काम पूरा कर लिया गया है।

कोर्ट में फंसा था मामला

आय से अधिक कमाई करने के आरोपों में फंसे दोनों अधिकारियों की अचल संपत्ति के मूल्यांकन का मामला कोर्ट में फंसा था। निगरानी विभाग के सूत्र बताते हैं कि वाई जायसवाल की चल संपत्ति का निगरानी द्वारा जो मूल्यांकन किया गया था, उसके खिलाफ उन्होंने पटना हाइकोर्ट में मुकदमा दर्ज कर रखा है। निगरानी विभाग ने जायसवाल की अचल संपत्ति का फिर से मूल्यांकन किया है। इसमें जायसवाल की अचल संपत्ति का आकलन फ्0 साल पूर्व की कीमत पर तय किया गया है।

वर्ष ख्007 में हुई थी छापेमारी

एसवीयू की टीम ने क्क् अक्टूबर, ख्007 को वाइके जायसवाल के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करोड़ों की चल व अचल संपत्ति का पर्दाफाश किया था। इसमें पटना व बनारस में भव्य मकान, पटना के बो¨रग रोड चौराहे के निकट एक कमर्शियल कांप्लेक्स में दो दुकान, पटना और बनारस में जमीन के प्लॉट के अलावा 78 लाख रुपए की चल संपत्ति भी शामिल है। जबकि लघु सिंचाई विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता अवधेश प्रसाद सिंह के ठिकानों पर ख्फ् जनवरी, ख्008 को की गई छापेमारियों में उनके घर से निगरानी की टीम को ब्8.9फ् लाख रुपए की नकदी के साथ करोड़ों की अचल संपत्ति बरामद की गई थी।