-तरैया-पचौड़र के बीच नहर पर बिना रे¨लग है कई पुल

-बिना रे¨लग के ऐसे पुल हादसे को दे रहे आमंत्रण

CHAPRA/PATNA: तरैया प्रखंड के दर्जनों बिना रे¨लग वाले पुल हैं जिसके सहारे अपनी जान हथेली पर रख स्कूलीच्बच्चे समेत अन्य लोग उसे पार करते हैं। कई बार लोग हादसे के शिकार हो जाते हैं। परन्तु बिडम्बना है कि इस पर न तो अभिभावक ध्यान देते हैं और ना ही विभाग के अफसर। प्रतिनिधि भी ऐसे मामलों के प्रति उदासीन रहते हैं। इस वजह से अबतक कई लोगों की जान जा चुकी है। तरैया-पचौड़र और तरैया-पोखरेड़ा नहर के बीच दर्जनों ऐसे पुल है जिसकी स्थिति दयनीय और जर्जर बनी हुई है तथा वर्षो से बिना रे¨लग वाले पुल से लोग जान जोखिम में डालकर आते-जाते है।

जनप्रतिनिध नहीं देते ध्यान

शाहनेवाजपुर अल्पसंख्यक बस्ती के पास, बेलहरी गांव स्थित और पोखरेड़ा बाजार के पास नहर पुल की रे¨लग वर्षो से क्षतिग्रस्त है। इसी पुल से लोग मजबूरन नहर पार करने को मजबूर हैं। खास कर रात में लोगों को पुल पार करने में काफी डर रहता है कि कहीं कोई व्यक्ति गिर न जाए। वर्षो से जर्जर पुल और रे¨लग की समस्या को ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के समक्ष रख कर बनवाने की मांग की। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता।

हो चुकी है लोगों की मौत

ज्ञात हो कि 5 दिन पहले बेलहरी स्थित बिना रे¨लग के पुल से शनिवार की रात नवल मांझी की पुल से गिरने से मौत हो गयी थी। शाहनेवाजपुर नहर के पास क्षतिग्रस्त पुल से भी कुछ वर्ष पहले एक व्यक्ति की रात में गिरने से मौत हो गई थी। इन सभी पुलों पर लगातार घटनाएं होती जा रही है पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसी पुल से सैकड़ों छोटे-छोटे बच्चे रोज स्कूल जाते हैं। जबतक बच्चे लौट कर घर नहीं आते उनके घर वाले चिंतित रहते है।

छठ के समय ग्रामीणों के सहयोग से पुल पर बांस की रे¨लग बना कर घेरा जाता है। लेकिन वह ज्यादा दिनों तक नहीं रह पाता है। विभाग इससे बेखबर है।

-मो आजाद,

मुखिया प्रतिनिधि, पचभिंडा पंचायत