PATNA : लालबत्ती बंद होने से वीआईपी कल्चर खत्म हो जाएगा ये तो भविष्य बताएगा लेकिन पब्लिक पीएम नरेंद्र मोदी के इस फैसले का दिल से स्वागत कर रही है। कारण वीआईपी कल्चर से ऊब चुकी थी। काम छोटा हो या बड़ा हर जगह वीआईपी कल्चर आम आदमी को नुकासान पहुंचाते रहा है। ऐसे में इस सिस्टम को तोड़ने का प्रयास लोगों को खूब भा रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की लाल बत्ती बंद, हनक अभी चालू अभियान में लोगों की बढ़चढ़कर प्रतिक्रियाएं दी है। हर किसी ने इस मुहिम को सराहा और बताया कि बत्ती के साथ वीआईपी कल्चर का स्विच भी ऑफ हो जाना चाहिए।

अब लिया जाए कड़ा फैसला

लोगों का कहना है कि लाल बत्ती तो बंद हो गई है और अब इस दिशा में कोई कड़ा फैसला लिया जाना चाहिए जिससे एक ऐसा कानून बन जाए जो कभी टूटे नहीं। जब नेता और अफसर प?िलक के लिए हैं तो जनता ही वीआईपी हुए। कई जगह अफसर और नेता प?िलक को ही वीआईपी मानते हैं। जहां ऐसी व्यवस्था है वहां सबका सम्मान है लेकिन जहां अफसरशाही और नेता वीआईपी कल्चर में है वहां जनता काफी परेशान है। लोगों का कहना है कि पीएम का ये फैसला बहुत बड़ा और आम आदमी से जुड़ा है। इसे हर किसी को अपनाना चाहिए और वीआईपी कल्चर से दूर रहना चाहिए। आम आदमी से लेकर नेता अफसर सभी को इस कल्चर से दूर होना होगा तभी देश इस व्यवस्था से पूरी तरह से मुक्त होगा।

कल्चर से तकलीफ ही तकलीफ

लोगों का कहना है कि वीआईपी कल्चर आम आदमी को कॉफी तकलीफ देता है। कहीं जाएं हर जगह वीआईपी लोग मिल जाते हैं जो पूरा सिस्टम बिगाड़ देते हैं। अक्सर देखा गया है कि वीआईपी लोगों के कारण ही आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव की भोली-भाली जनता तो काफी परेशानी उठानी पड़ती है। अगर ये कल्चर देश से चला गया तो बहुत बड़ा सुधार होगा। पीएम के इस मन की बाम को हम सबको अपने मन की बात बनाना होगा।

देश में न होगी बत्ती और न होंगे वीआईपी कल्चर वाले बाबू

लोगों का कहना है कि जब बत्ती ही नहीं होगी तो वीआईपी बाबू कहां होंगे। लेकिन बत्ती तो एक संदेश है और लोगों को गाड़ी को इस कल्चर से मुक्त करना होगा। गाड़ी को वीआईपी दिखाना और उसमें सवार होकर खुद वीआईपी बनना अच्छा नहीं है। इस सिस्टम को तोड़कर देश को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए हमे न तो बत्त्ी का लालच करना है न ही खुद को वीआईपी बाबू बनने देना है। इसके लिए कुछ ऐसी व्यवस्था बने जो आम लोग ही इस कल्चर को दूर करने में भूमिका निभाएं।