ट्रॉयल इसी वीक से स्टार्ट होना है

इस बारे में बिहार काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जय प्रकाश सिंह ने बताया कि यहां के सात इंजीनियरिंग कॉलेजों और 14 पॉलिटेक्निक में एजुसैट की हेल्प से वर्चुअल क्लासरूम स्टार्ट किए जाएंगे जिसका ट्रॉयल इसी वीक से स्टार्ट होना है। क्लास के सेशन इंटरैक्टिव होंगे जिससे स्टूडेंट्स अपनी क्वेरिज पूछ सकते हैं। अभी तक 21 कॉलेजों में इसकी रिशेपशन चेक की गई है। इनमें से 16 का रिशेपशन ठीक है। बाकी जगहों पर इसे ठीक किया जा रहा है।

कंडिशन नहीं है ठीक 

टेक्निकल एजुकेशन को बढ़ावा देने के नाम पर गवर्नमेंट ने तो इंजीनियरिंग कॉलेज खोल दिए हैं लेकिन टीचिंग स्टाफ की कमी कई साल बाद भी दूर नहीं हो पाई। इसी वजह से आज कई इंस्टीट्यूशन में टीचिंग स्टाफ की कमी हैै। जिसका रिजल्ट है कि इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक के कई स्टूडेंट्स की क्लासरूम स्टडी में प्रॉब्लम आ रही है। एग्जांपल के लिए पटना के न्यू गर्वनमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज में 40 सैकशंड टीचिंग पोस्ट है। जिसमें से टोटल 27 टीचिंग स्टाफ है। इस कमी को पूरा करने के लिए एजुसैट की हेल्प ली जाएगी। न्यू गर्वनमेंट पॉलीटेक्निक,पटना के प्रिंसिपल डॉ सीता राम सिंह ने बताया कि यहां एजुसैट की मशीन लगाई गई है। इसपर ट्रॉयल होना है। इसके बाद स्टूडेंट्स को लर्निंग का एक इंटरैक्टिव मोड़  मिलेगा।

तारामंडल में होगा सेंट्रलाइज हब

प्रोजेक्ट डायरेक्टर जय प्रकाश सिंह के अकार्डिंग इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूशन में क्वालिटी एजुकेशन एक चैलेंज है। इसका कंटेंट आईआईटी और एनआईटी के एक्सपीरिएंसड फैकल्टी  के द्वारा रेडी किया गया है। इसरो की हेल्प से तारामंडल में ही एक सेंट्रलाइज हब बनाया गया है। ट्रॉयल  सक्सेस्फुल हआ तो इससे स्टूडेंट्स को काफी बेनिफिट होगा। सोर्सेज से मिली इंफार्मेंशन के अकार्डिंग अभी आने वाले दिनों में स्टेट गर्वनमेंट ऐसे कॉलेजों में एमटेक और डॉक्टरेट प्रोगाम भी स्टार्ट करने वाली है। ऐसे कंडिशन में एजुसैट के स्टडी कंटेंट और यूजफूल हो सकते हैं.

 
जहां होंगे ट्रॉयल

-स्टेट इंजीनियरिंग कॉलेज

एमआईटी, मुजफ्फरपुर

बीसी भागलपुर

एमईसी, भागलपुर

डीईसी, दरभंगा

एलएनजेपी आईआईटी, छपरा

नालंदा कॉलेज,चंडी

जीईसी, गया

इसके अलावा 14 पॉलीटेक्निक में भी एजुसैट प्रोजेक्ट स्टार्ट किया जाएगा। न्यू गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक, पटना