-बड़ी पहाड़ी स्कूल की दो छात्रा सगी बहनों ने डीपीओ से सुनाई आपबीती

क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: सर, मेरे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं कि पढ़ाई के लिए किताबें खरीद सके। ऊपर से प्रिंसिपल साइकिल और स्कॉलरशिप के लिए गलत तरीके से रुपए मांगते हैं। यह आपबीती 10वीं की छात्रा कामया कुमारी और कामना कुमारी ने गुरुवार को डीईओ ऑफिस में योजना लेखा के डीपीओ को सुनाई। इन बहनों ने बताया कि बड़ी पहाड़ी हाईस्कूल के प्रिंसिपल से जब साइकिल और स्कॉलरशिप की राशि मांगने पर पहले तो उपस्थिति 75 परसेंट से कम बताते हैं। बाद में गुहार लगाने पर प्रिंसिपल ने उपस्थिति दर्ज करने के बदले रुपए मांगते हैं। यह कहना है अ6बेर निवासी निरंजन कुमार की पुत्री का।

सर आपही कुछ कीजिए

दोनों बहनों ने बताया कि पढ़ाई के लिए किताब खरीदने के 5ाी पैसे नहीं है तो प्रिंसिपल को पैसे कहां से दूं। सर आपही कुछ कीजिए। इतना सुनते ही डीपीओ जय बनर्जी भावुक हो गए और दोनों बहनों को किताब खरीदने के लिए चार सौ रुपए की राशि दी। डीपीओ ने कहा कि तुम हमारी बेटी जैसी हो, जरूरत पड़ने पर पढ़ाई के लिए हर संभव हेल्प करेंगे। साथ ही प्रिंसिपल से स्पष्टीकरण मांगी है।