-बाधाएं आएंगी पर हम परेशान होने वाले नहीं

-शराबबंदी जो संतोष मिला वह कभी हासिल नहीं हुआ था

PATNA : मेरी स्थिति बत्तीस दांत के बीच जीभ जैसी है। यह मुझे मंजूर है। कई तरह की बाधाएं आएंगी पर हम धैर्य नहीं खोने वाले। शराब के धंधे वाली लॉबी बिहार से परेशान हैं। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को एसकेएम हॉल में पालिका विनायक हॉस्पिटल और जनजीवन कल्याण संघ ग्रामीण चिकित्सक द्वारा 'शराबबंदी' पर आयोजित एक दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में कहीं।

गांव-गांव में टूटेगी शराब की बोतलें

सीएम नीतीश ने कहा कि गांव-गांव और मुहल्ले-मुहल्ले शराब की बोतलें टूटेगी। धैर्य रखिए। अब तो कानून यह है कि बाहर से भी पीकर आएंगे और खून जांच में दोषी पाए गए तो मुश्किल होगी। कुछ लोग दु:खी हैं और शराबबंदी कानून पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन शराबबंदी आम जन की मांग है। अब एक्स आर्मी को भी इसके दायरे से बाहर रखने की इजाजत नहीं देने वाले।

जनचेतना से सफल होगा अभियान

सीएम ने कहा कि कानून चाहे जितना कड़ा बना दिया जाए लेकिन बड़ा अभियान सिर्फ कानून से सफल नहीं हो सकता। यह जनचेतना से सफल होगा। ग्रामीण डॉक्टरों से निष्ठा के साथ शराब के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को जागरूक करने की बात कही। सीएम ने कहा कि जैसे जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा का प्रावधान होने पर भी अपराधी बाज नहीं आते वैसे ही पूर्ण शराबबंदी के बाद भी छिटपुट घटनाएं हो रही हैं। इससे शराबबंदी फेल नहीं होगा। ग्रामीण चिकित्सकों को जल्द ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण शिड्यूल निकालने का आश्वासन दिया। डॉ। राजव‌र्द्धन आजाद, डॉ। सुनील सिंह, डॉ। बीपी सिंह, डॉ। विजय गोयल और डॉ। संदीप ने भी अपनी बातें रखीं।