-पायलट बोले, महागठंबधन तय कर रहा चुनाव का एजेंडा

PATNA: पूर्व केंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा है कि सत्ताधारी दल के कमजोर नेता ही पिछली सरकारों की आलोचना करते हैं। जनता का दिल, सिर्फ काम से जीता जा सकता है। जिनके खाते में पिछले पांच वर्ष में कोई काम नहीं वे दूसरों का ध्यान बंटाने के लिए दूसरी सरकारों के काम की आलोचन कर रहे हैं। इन दिनों नीतीश कुमार यही कर रहे हैं। पायलट गुरुवार को चुनाव प्रचार के लिए बिहार आए और इस दौरान पटना में उन्होंने प्रेस से बात की।

दो करोड़ नौकरियों का दें हिसाब

पायलट ने कहा कि चुनाव में इस बार का एजेंडा महागठबंधन तय कर रहा है और सत्ताधारी दल उसी एजेंडे पर आकर बात करने को विवश हैं। पायलट ने कहा कि महागठबंधन ने 10 लाख नौकरी की बात की तो उसकी आलोचना शुरू हो गई। बाद में खुद 19 लाख नौकरी देने की बात करने लगे। जो 19 लाख नौकरी की बात कर रहे हैं उन्हें पहले दो करोड़ नौकरियों का हिसाब देना चाहिए।

दिख रही है बौखलाहट

पायलट ने कहा कि सत्ताधारी दल लालू प्रसाद और उनके परिवार को लेकर जिस प्रकार के आरोप लगा रहा है उससे उनकी बौखलाहट साफ देखी जा सकती है। नौजवानों ने इस बार बिहार में बदलाव का बीड़ा उठा लिया है। पहले दौर का मतदान महागठबंधन को नई उर्जा दे गया है। महागठबंधन अब नई ताकत के साथ दूसरे चरण के चुनाव के लिए मैदान में है। एक प्रश्न पर पायलट ने कहा कि बिहार का यह चुनाव दूसरे राज्यों को नई दिशा देगा। उन्होंने कोरोना की वैक्सीन मुफ्त देने की घोषणा को हास्यापद बताया। प्रेस कांफ्रेंस में पायलट ने कृषि कानून, कोरोना काल में श्रमिकों और छात्रों को हुई परेशानी जैसे मुद्दों पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। इस दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता पावन खेड़ा व मीडिया समन्वयक प्रेमचंद मिश्रा भी मौजूद थे।