PATNA: राज्य भर में सबसे अधिक छात्र मगध यूनिवर्सिटी के हैं और उसकी समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। आई नेक्स्ट में मगध यूनिवर्सिटी की समस्याओं पर खबर छपने के बाद छात्र- छात्राओं ने इस बारे में सवाल और मुखर होकर उठा रहे हैं। प्रोफेशन कोर्सेज में कब तक रहेगा आउडेटेड अप्रोच, बीएड का काउंसलिंग कब होगा, सेशन सही समय पर नहीं चल रहा, क्या कर रहा है विश्वविद्यालय आदि जैसे तमाम सवाल छात्र-छात्राएं उठा रहे हैं। जहां यह सवाल इनके भविष्य से जुड़ा मसला है तो दूसरी ओर यूजीसी के नियमों की लिस्ट में नाकामियों की गठरी भी है।

प्रशासनिक कार्य हो रहा प्रभावित

जानकारी हो कि मगध यूनिवर्सिटी की शाखा कार्यालय, पटना की ओएसडी डॉ आशा सिंह इन दिनों पटना से बाहर हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय का कामकाज धीमी गति से चल रहा है। लीगल ऑफिसर डॉ श्यामल ने भरोसा जताया कि एकेडमिक सेशन को समय पर लाने के लिए काम किया जा रहा है, लेकिन वास्तव में क्या किया जा रहा है। इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके।

नहीं मिलता है जवाब

बीडी इनविंग कालेज के छात्र संजय यादव का कहना है कि जब छात्र अपनी समस्याओं के बारे में फोन से बात करते हैं तो उन्हें निराशा हाथ लगती है। इसका कारण है उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर देना। वहीं, जहानाबाद से मगध यूनिवर्सिटी के छात्र प्रमोद कुमार ने भी कहा कि वे ख्0क्म्-क्8 सत्र के बीएड के छात्र हैं। उन्हें नहीं पता कि उनका काउंसलिंग कब तक होगा। इस बारे में विश्वविद्यालय भी जवाब नहीं दे रहा है।

वेबसाइट अपडेट नहीं

यूजीसी के नियमों को ताक पर रखते हुए मगध यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को मानों क्रिएट कर छोड़ दिया गया है। इस बारे में कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। यूजीसी की ख्0क्ख् की सर्कुलर के मुताबिक सभी यूनिवर्सिटी को वेबसाइट बनाना है और उसपर हर एक्टिविटी और छात्रों से संबंधित जानकारी जैसे परीक्षा, रिजल्ट आदि की जानकारी को अपड़ेट करते रहना है। लेकिन मगध यूनिवर्सिटी अलग ही राह पर है।

वायस

मेरा बीए सेकेंड ईयर का परीक्षा अगस्त में हुआ था। लेकिन रिजल्ट कब तक आएगा, नहीं पता। छात्र और यूनिवर्सिटी के बीच संवाद की कड़ी ही नहीं है।

- अमन कुमार, पटना

मैंने बीएड ख्0क्म्-क्8 सत्र के लिए परीक्षा दिया था। अब नवंबर माह भी बीत चुका है। लेकिन जानकारी नहीं कि काउंसिलिंग कब तक होगा।

- प्रमोद कुमार, जहानाबाद

परीक्षा में कभी अंक पत्र में गड़बड़ी तो कभी सर्टिफिकेट में ही गलती। ऐसा इसी यूनिवर्सिटी में होता है। हमें बताना जाना चाहिए कि ऐसा कब तक होता रहेगा।

-रूपेश कुमार

एमबीए का सेलेबर्स बहुत ही आउटडेटेड है। सेलेबर्स का रिविजन किया जाना चाहिए समय-समय पर। लेकिन ऐसा नहीं होने से एमबीए के छात्रों को प्रोफेशनल ग्रोथ नहीं मिल पा रहा है।

- अपर्णा