-ट्रेन की बोगी में ऊपर की बर्थ से नीचे गिर रहे थे यात्री

-हादसे में 3 की मौत जिसमें 2 बेतिया जिले के हैं

PATNA: मैं वास्कोडिगामा एक्सप्रेस से वह अहमदाबाद से पटना अपने घर आ रहा था। ट्रेन में काफी भीड़ थी और काफी मशक्कत के बाद एस म् में साइड अपर बर्थ मिली। गहरी नींद में था कि अचानक तेज झटका लगा और मैं बर्थ से फर्श पर गिर गया। ट्रेन तेजी से जम्प कर रही थी और एक-एक कर पैसेंजर बर्थ से नीचे गिर रहे थे। चीख-पुकार से लग रहा था कि ट्रेन मौत के मुंह में जा रही है। कोई रास्ता नहीं दिख रहा था हर कोई ऊपर वाले से दुआ कर रहा था। बाहर देखा तो मानिकपुर स्टेशन पर ट्रेन पटरी से उतरी हुई थी। कटिहार के मोहम्मद अख्तर की कहानी सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। शुक्रवार की शाम को जब विशेष दुर्घटना ट्रेन से पटना जंक्शन पहुंचे अख्तर ने बताया कि हम जिंदा हैं यकीन नहीं होता।

प्लेटफार्म पर रगड़ती गई ट्रेन

अख्तर का कहना है कि वास्कोडिगामा-पटना एक्सप्रेस में देर रात तक सब कुछ सामान्य था। रात में खाना खाने के बाद ऊपर की बर्थ पर सो गया। तेज झटका लगा तब नींद खुली। चारो तरफ अंधेरा था और धूल से बोगी भर गई। बच्चों से लेकर बड़े तक चीख-पुकार मचा रहे थे। ट्रेन की बोगी प्लेटफार्म से रगड़ कर चल रही थी। ट्रेन रुकी और बहार देखा तो भयावह मंजर था। एस भ् बोगी तो पूरी तरह से डैमेज हो गई थी। पुलिस वाले भी अमानवीय हो गए थे। किसी की कुछ सुन ही नहीं रहे थे।

सामान छोड़कर भाग गए लोग

ट्रेन जब स्थिर हुई तो भगदड़ मच गई। सामान छोड़कर यात्री बाहर भागने लगे। आसपास बस सिर्फ चीख-पुकार थी। मदद के लिए कोई नहीं था। बाहर निकलने के बाद ट्रेन की हालत देख तो लग रहा था कि कोई बचा ही नहीं होगा। यात्री कांप रहे थे और उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि अचानक से ये सब कैसे हो गया।

अपनों को तलाश रही थी आखें

यूपी के मानिकपुर में पटना आ रही वास्कोडिगामा एक्सप्रेस दुर्घटना ग्रस्त हो गई है। शुक्रवार की भोर में हुए इस रेल हादसे की खबर जब पटना पहुंची तो हर तरफ मातम छा गया। बिहार के पश्चिमी चम्पारण के पिता पुत्र की मौत के साथ अधिक संख्या में लोग घायल हुए हैं। घटना की सूचना के बाद से ट्रेन में सफर कर रहे लोगों के परिजन परेशान थे। वह पटना जंक्शन पहुंचकर अपनों की तलाश में थे। शुक्रवार देर शाम ट्रेन लगभग ब्.ख्8 बजे पटना जंक्शन पहुंच गई। ट्रेन के पहुंचने के पहले स्टेशन पर रेल अफसरों का जमावड़ा था और हेल्पलाइन में लोगों की लगातार इनक्वायरी आ रही थी।