PATNA : हाई स्कूल तथा प्लस टू स्कूल के शिक्षकों की बहाली के लिए होने वाली विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा पर ग्रहण लगता दिख रहा है। दो महत्वपूर्ण कार्य हैं जो विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी अब तक पूरे नहीं किए जा सके हैं। विभाग न तो अब तक परीक्षा की गाइडलाइन बना सका है न ही स्नातक विषय के अभ्यर्थियों को परीक्षा में अतिरिक्त भ् अंक देने के प्रावधान के संबंध में विधि विभाग की सहमति ही प्राप्त कर सका है।

'पांच' अंक ने फंसाया पेंच

गाइडलाइन के बाद ही होगी परीक्षा व बहाली

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष दिसंबर महीने में ही विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने के निर्देश दिए थे। तमाम साल भर की कोशिश के बाद पिछले महीने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने क्8 और क्9 दिसंबर को एसटीईटी आयोजित करने का फैसला किया और इसकी सूचना भी जारी कर दी। लेकिन जैसा अंदेशा था वैसा ही हुआ। बगैर गाइडलाइन परीक्षा और बहाली को लेकर प्रश्न उठे जिसके बाद परीक्षा आयोजन के फैसले को रोका गया।

शिक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि बगैर गाइडलाइन न तो परीक्षा होगी न ही बहाली। ट्रेंड शिक्षकों की नियुक्ति के इरादे से शिक्षा विभाग ने स्नातक विषय के अभ्यर्थियों को पांच अतिरिक्त अंक देने का फैसला किया, लेकिन फैसला अमल में आता इसके पूर्व ही वैसे शिक्षकों ने पांच अंक को लेकर सरकार पर दबाव बनाया। परन्तु जिन शिक्षकों ने साइंस में ही भौतिकी या जीव विज्ञान से स्नातक किया होगा वे पांच अंक से वंचित हो जाएंगे।