PATNA : अब तक मनमाना बिजली बिल से उपभोक्ताओं को ही करंट लगते आया है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि विभाग ने उपभोक्ताओं को राहत देते हुए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का निर्देश जारी किया है। इसका मतलब अब अगर फर्जी बिल आया तो साउथ एवं नॉर्थ बिहार बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों को ही करंट लगेगा। खास उन अफसरों को जिनके क्षेत्र से सबसे ज्यादा गलत बिजली बिल की शिकायतें आएंगी। वहां के जूनियर इंजीनियर पर कार्रवाई होगी। इसी तरह जिला स्तर पर सर्वाधिक शिकायतें आने पर विद्युत कार्यपालक अभियंता फंसेंगे।

गलत बिल जुटाने का निर्देश

मालूम हो कि बिजली वितरण एवं बिल वसूली की समस्याओं को लेकर एक बैठक हुई थी, जिसमें कहा गया कि बिजली खरीदकर कस्टमर तक पहुंचाई जाती है। इस हिसाब से आपूर्ति के अनुपात में बिल वसूली भी जरूरी है। राजस्व संग्रह में बिजली कंपनी की गंभीरता का इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि बड़े उपभोक्ताओं को अनावश्यक लाभ पहुंचाने के आरोप में जहानाबाद मंडल के कनीय विद्युत अभियंता एवं शिवहर के सहायक विद्युत अभियंता पर कार्रवाई भी की गई। बैठक में यह भी कहा गया कि आखिर क्या कारण है कि तमात प्रयासों के बाद भी बिल वसूली में तेजी नहीं आ रही है। तब यह बात सामने आई कि गलत बिजली बिल इसकी सबसे बड़ी वजह है। इसके बाद दोनों बिजली कंपनियों को गलत बिल का ?योरा जिलों से एकत्र कराने का निर्देश दिया गया।

आम हो या खास नहीं बचेंगे

अब तक यह होता आया है कि बिल जमा करने को लेकर दो-चार महीने की लेटलतीफी चल जाती थी। मगर अब ऐसा नहीं होगा। डिफाल्टरों पर सख्ती बरती जाएगी। खासकार जो बड़े बकायेदार हैं उनका कनेक्शन तुरंत काटा जाएगा। इस लिहाज से आम उपभोक्ता को भी राहत नहीं मिलेगी। यदि वे समय पर बिजली बिल नहीं भरते हैं तो उसका कनेक्शन काट दिया जाएगा। साथ ही राजस्व वृद्धि के लिए एलटीएस, एनडीएस एवं डीएस-ख् के उपभोक्ताओं के मीटरों का सौ फीसदी रीडिंग सुनिश्चित किया जाएगा। उनसे प्राथमिकता के आधार पर वसूली भी होगी।

लापरवाही के 'करंट' ने ली बच्चे की जान

जीबी नगर थाना क्षेत्र के नथनपुरा गांव में उस समय कोहराम मच गया जब एक लड़के की मौत टूटे तार की चपेट में आने से हो गया। घटना की खबर मिली मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए और सड़क पर शव रख कर जाम कर दिया। घटना शनिवार की है। जानकारी के मुताबिक नथनपुरा स्थित एक टॉवर के पास सुबह से ही बिजली का तार टूट कर सड़क पर गिरा हुआ था।

इसकी जानकारी ग्रामीणों ने बिजली विभाग को भी दी थी, लेकिन ध्यान नही दिया गया। नतीजतन, वहां से गुजर रहा क्ख् वर्षीय मंजेश कुमार पिता चंदन राम तार की चपेट में आ गया, जिससे मौके पर उसकी मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क पर शव रख कर जाम कर दिया। मुआवजा की मांग करने लगे। खबर मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय, पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष ललन कुमार, अवर निरीक्षक अवधेश कुमार, बीडीओ पचरुखी डॉ। संजय कुमार, सीओ गिन्नी लाल प्रसाद व सहलौर पंचायत के मुखिया संजय कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख पति पचरुखी अली हुसैन पहुंचे और आक्रोशितों को समझाया लेकिन बात नहीं बनी। देर शाम विद्युत विभाग के एसडीओ पहुंचे और ब् लाख रुपये का मुआवजा और कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत फ् हजार रुपए देने की बात कही। तब जाकर जाम हटा।