- एनआईटी पटना का नौवां कंवोकेशन, कंवोकेशन में मिली डिग्रियां तो खिल उठे चेहरे
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क्कन्ञ्जहृन् :
इंजीनियरिंग एप्लीकेशन, न्यू कम्प्यूटिंग टेक्निक, मैथोमेटिक मॉडलिंग, नैनो साइंस और इंजीनियरिंग के एडवांस ब्रांचेज, सभी का उदे्श्य मानवजाति की बेहतरी के लिए है। इसमें समय के साथ बदलाव आते रहेंगे। नई टेक्नोलॉजी के प्रयोग से तमाम प्रकार के चैलेंज का समाधान निकाला जा सकता है। इन चैलेंज को स्वीकार करते हुए नेशनल मिशन और डेवलपमेंट के लिए यूथ आगे आएं। ये बातें मानस बिहारी वर्मा, बोर्ड ऑफ गवर्नस, एनआईटी पटना ने संस्थान के नौवें कंवोकेशन के मौके पर बतौर चीफ गेस्ट कही। उन्होंने कहा कि आज ग्लोबल टेक्नोलॉजी और इसमें रोज नए परिवर्तन का चैलेंज आज के इंजीनियरों को स्वीकार करना होगा ताकि वे इसके मुताबिक नई तैयारी कर सके। इससे पूर्व सेरेमनी की शुरुआत एनआईटी पटना के निदेशक डॉ पीके जैन व चीफ गेस्ट ने दीप प्रज्जवलित कर की। उन्होंने संस्थान का वार्षिक रिपोर्ट पेश किया। समारोह की शुरुआत के बाद गेस्ट ने अपना संबोधन दिया और स्टूडेंट्स के बीच डिग्रियां बांटी गई। डिग्री मिलते ही उनके चेहरे खिल उठे।
नेशनल मिशन में जुट जाएं यूथ
बतौर चीफ गेस्ट मानस बिहारी वर्मा ने हाल में हुए टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट जैसे लाइट काम्बैट एयरक्राफ्ट, पीएसएलवी के साथ मिशन चंद्रयान आदि का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये नेशन के लिए प्राइड की बात है। आज के समय में टेक्नोलॉजी को डेवलप करने और उसे नेशनल मिशन में लगाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आज के युवा इंजीनियर इस चैलेंज को लेते रहे हैं। इस मौके पर एनआईटी पटना के विभिन्न डिपार्टमेंट के फैकल्टी मेंबर्स उपस्थित रहे।
इन्हें मिला गोल्ड मेडल
- यूजी कोर्स-
शिवम शुक्ला
आईएस ट्विंकल
निशांत सौरभ
अदिति श्रीवास्तव
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पीजी कोर्स-
सुभाष कुमार
आरीफ मेहरीन
अमित कुमार बाला
बालकृष्ण महावीर
जीना मैरी जार्ज
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सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस
अविका मंडल (बीटेक )
शिखर सुनील सिन्हा (बीटेक)
रिषभ चहल (बीटेक)
रजनीश (एमटेक)
दिबेंदू (एमटेक)
प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल - निशांत सौरभ (बीटेक)
सुभाष कुमार (एमटेक)
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मिली डिग्री
- यूजी - 507
- पीजी- 189
- पीएचडी - 40
- अन्य- 47
कुल - 783