कानपुर। 30 नवंबर का दिन क्रिकेट इतिहास में कभी नहीं भूलने वाला है। यह वो दिन था, जब डाॅन ब्रैडमैन ने पहली बार मैदान में कदम रखा। साल 1928 में इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिसबेन में खेले गया इकलौता टेस्ट ब्रैडमैन का डेब्यू मैच था। यह मैच 30 नवंबर से 5 दिसंबर तक खेला गया। इंग्लैंड ने इस मैच में टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया और मेहमानों ने 521 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। अब बारी थी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की।

20 साल की उम्र में किया डेब्यू
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दो खिलाड़ी टेस्ट पर्दापण कर रहे थे। इसमें एक 20 साल के डाॅन ब्रैडमैन थे तो दूसरे बर्ट आयरनमोंगर थे जिनकी उम्र 46 साल थी। उस वक्त बर्ट ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे बुजुर्ग टेस्ट डेब्यूटेंट थे। हालांकि ब्रैडमैन और बर्ट दोनों ही अपने पहले मैच को यादगार नहीं बना पाए। इंग्लैंड द्वारा पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद पूरी कंगारु टीम 122 रन पर सिमट गई।


पहले मैच में कुल 19 रन बनाए
डाॅन ब्रैडमैन ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में मात्र 18 रन बनाए। इस मैच में ब्रैडमैन को सातवें नंबर पर बैटिंग करने का मौका मिला और वह 40 गेंदें ही खेल पाए। इस दौरान वह आधे घंटे से ज्यादा क्रीज पर टिक नहीं पाए और सिर्फ चार चौके लगाकर पवेलियन लौट गए। हालांकि दूसरी पारी में तो ब्रैडमैन के आंकड़े और खराब रहे। सेकेंड इनिंग में ये ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सिर्फ पांच गेंद खेलकर एक रन बना पाया। उस वक्त किसी को अंदाजा नहीं था कि, आज सस्ते में आउट होने वाले इस खिलाड़ी का टेस्ट औसत 100 के करीब पहुंच जाएगा।

दूसरे मैच में जड़ा शतक
डाॅन ब्रैडमैन अपने डेब्यू मैच को भले ही खास नहीं बना पाए मगर उन्हें पहला टेस्ट शतक लगाने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहला टेस्ट शतक अपने दूसरे मैच में ही जड़ दिया। ये मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न में खेला गया था तब दूसरी पारी में ब्रैडमैन के बल्ले से 112 रन निकले थे।

सात बार हुए शून्य पर आउट
टेस्ट क्रिकेट में 99.94 का औसत रखने वाले डाॅन ब्रैडमैन अपने करियर में कई बार शून्य पर भी आउट हुए। आपको जानकर हैरानी होगी टेस्ट में सात बार ब्रैडमैन बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। यही नहीं करियर के आखिरी मैच में भी ब्रैडमैन एक भी रन नहीं बना पाए थे और डक आउट हो गए थे।

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